होम / Hisar Hospitals: हिसार के सिविल अस्पतालों की स्थति इतनी खराब, महिलाओं को खुले में करना पड़ा शौच

Hisar Hospitals: हिसार के सिविल अस्पतालों की स्थति इतनी खराब, महिलाओं को खुले में करना पड़ा शौच

• LAST UPDATED : November 22, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Hisar Hospitals: हरियाणा के हिसार के अस्पतालों की कंडीशन इतनी खराब है कि महिलाओं को खुले में ही शौच करना पड़ रहा है। दरअसल, शौचालय बंद होने से महिलाओं को खुले में यूरिन सैंपल एकत्र करके डॉक्टरों को देना पड़ रहा है। इस समय उन अस्पतालों के शौचालयों की इतना खराब स्थति है जिसे जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे। लेकिन जिन्हे इससे जुड़े कार्य देखने चाहिए उनहोनआंखों पर पट्टी बाँधी हुई । दरअसल हिसार जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में महिलाएं सामाजिक मान मर्यादा, शर्म सब को किनारे कर पिछले करीब चार महीने से ऐसी परेशानियों का सामना कर रही हैं।

  • खुले में  यूरीन सैंपल करना पड़ रहा एकत्र
  • महिला ने दी अपनी प्रतिक्रिया

Haryana Congress: जल्द ही होगा हरियाणा नेता प्रतिपक्ष का ऐलान, हुड्डा के अलावा इस विधायक का नाम भी चर्चाओं में

खुले में  यूरीन सैंपल करना पड़ रहा एकत्र

आपको बतादें इस अस्पताल के परिसर के अंदर बने पांच शौचालय कई लंबे समय से बंद पड़े हैं । इस शौचालयों में एक स्टाफ शौचालय भी शामिल है। लैब के सामने स्थित महिला शौचालय का इतना बुरा हाल है कि अंदर घुसते ही महिलाओं की स्थति खराब हो जाती है । ऐसे में महिलाओं को खुले में यूरिन सैंपल एकत्र करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन का तर्क है कि सीवरेज व्यवस्था ठप है, जबकि इसे सही करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग को बजट भी जारी किया जा चुका है । इसके बाद भी यहाँ की स्थति में सुधार नहीं आ रहा है।

PM Modi Statement: ‘गुयाना मातृभूमि और भारत पैतृक भूमि…’, क्रिकेट को लेकर क्या बोले PM मोदी?

महिला ने दी अपनी प्रतिक्रिया

इसी बीच टेस्ट कराने आई एक महिला ने वहां के शौचालयों की स्थति बताते हुए कहा कि, बुखार की दवा लेने आई हूं। चिकित्सक ने खून और यूरिन जांच लिखी है। लैब में पहले खून का सैंपल दिया और इसके बाद वहां से डिब्बी लेकर यूरिन सैंपल एकत्र करने शौचालय में गई। अंदर काफी गंदगी फैली थी। जैसे-तैसे सैंपर भरा और लैब में जमा करवाया।

Faridabad SI Arrests : दारोगा ले रहा था इतने लाख की रिश्वत, दबोचा, जानें इस मामले में कर रहा था डिमांड