India News Haryana (इंडिया न्यूज), Cyber Fraud : पानीपत एसपी लोकेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने के दो आरोपियों को शुक्रवार को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान अभिषेक निवासी मोहनपुर कुढावल करौली व हेमंत निवासी कोठीन दौसा राजस्थान के रूप में हुई।
थाना साइबर क्राइम प्रभारी सब इंस्पेक्टर अजय ने बताया कि थाना साइबर क्राइम में अर्जुन नगर निवासी दिलबाग पुत्र इंद्र सिंह ने पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि वह ट्रक पर ड्राइवरी करता है। उसके मोबाइल पर 17 अप्रैल को एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉलर ने बात करते हुए कहा वह उसका रिश्तेदार बोल रहा है और उसके पास कुछ पैसे भेजना चाहता है। उसके मना करने के बाद कॉलर ने 3 लाख 30 हजार रुपए खाते में भेजने के दो टेक्सट मैसेज भेजे। इसके बाद 19 अप्रैल को कॉलर ने फोन कर उससे 20 हजार रुपए मांगे।
कॉलर ने इस प्रकार 25 जून तक उससे 3 लाख 67 हजार रुपए ले लिए। बाद में उसको पता चला कॉलर ने रिश्तेदार बनकर उसके पास फर्जी 3 लाख 30 हजार रुपए भेजने के टेक्सट मैसेज भेजे थे। इस प्रकार आरोपी ने उसके साथ 3 लाख 67 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी कर ली। शिकायत पर थाना साइबर क्राइम में अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच व आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
प्रभारी सब इंस्पेक्टर अजय ने बताया कि थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने विभिन्न पहलुओं पर जांच करते हुए शुक्रवार को राजस्थान के जयपुर से आरोपी अभिषेक व हेमंत को काबू किया। ठगी गई उक्त राशि में से आरोपी अभिषेक के खाते में 40 हजार रुपए ट्रांसफर किए गए थे। प्रभारी सब इंस्पेक्टर अजय ने बताया कि पूछताछ में आरोपी अभिषेक ने पुलिस को बताया उसने हेमंत को अपना बैंक खाता 10 हजार रुपए में बेचा था। आरोपी हेमंत ने पूछताछ में पुलिस को बताया वह लोगों से 10 हजार रुपए में खाता खरीदकर आगे अपने साथी आरोपी अजीत नाम के युवक को 20 हजार रुपए में बेच देता है। आरोपी अजीत लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करता है।
आरोपी अभिषेक ने बीए बीएड व आरोपी हेमंत ने एमए बीएड तक पढ़ाई की हुई है। दोनों आरोपी जयपुर में रहकर टीचर की कोचिंग ले रहे है। यही पर दोनों की आपस में दोस्ती हुई। पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से आरोपी अभिषेक को न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया व आरोपी हेमंत को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी हेमंत से उसके साथी आरोपी साइबर ठगों के ठिकानों का पता लगा काबू करने का प्रयास करेंगी।