India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sweet Shop Owner : सीआईए वन प्रभारी इंस्पेक्टर ने प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि थाना चांदनी क्षेत्र स्थित एक मिठाई दुकान संचालक से गत दिनों वॉटसअप पर कॉल कर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने की वारदात को अंजाम दिया गया था। वारदात बारे मिठाई दुकान संचालक ने थाना चांदनी बाग में शिकायत दी जिस पर पुलिस ने तुरंत थाना चांदनी बाग में अभियोग दर्ज कर आरोपी की पहचान व धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए गए थे।
शिकायत में मिठाई दुकान संचालक ने बताया था 4 दिसम्बर को दोपहर बाद 3:26 बजे दुकान के मोबाइल नंबर पर एक नंबर से व्हाट्सअप कॉल आई। दुकान पर काम रहे लड़के ने कॉल अटेंड की। कॉलर ने धमकी देते हुए कहा वह शीलू डाहर का भाई बोल रहा है 3 दिन में 50 लाख रुपए का इंतजाम कर ले नहीं तो अंजाम बुरा होगा। इसके कुछ देर बाद उसी नंबर से उसके पास व्हाट्सएप कॉल कर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई। कॉलर ने साथ ही धमकी दी कि 3 दिन में पैसे नहीं दिए तो अंजाम बुरा होगा। 6 दिसंबर को उसको दोबारा कॉल कर धमकी दी गई की आपके पास सिर्फ आज का दिन है। पैसों का इंतजाम नहीं किया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।
प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीआईए पुलिस टीम को आरोपियों की पहचान व जल्द से जल्द पकड़ने की जिम्मेदार सौंपी गई थी। सीआईए वन टीम विभिन्न पहलुओं पर गहनता से जांच करते हुए व अपने सभी सोर्स एक्टिव कर आरोपियों की पहचान करने व धरपकड़ में जुटी हुई थी। पुलिस टीम को सोमवार सुबह गुप्त सूचना मिली कि उक्त वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी कुशाल निवासी डाहर अपने दोस्तों के साथ बिशनस्वरूप कॉलोनी में चोपड़ा अस्पताल के सामने स्थित पार्क में बैठा है।
तभी सीआईए वन में तैनात एसआई अंग्रेज के नेतृत्व में एक टीम गठित कर जिसमें ईएसआई राजकुमार, एएसआई मंदीप, एएसआई अनिल, ईएएसआई बिजेंद्र, मुख्य सिपाही सुनील, सिपाही अनिल, सिपाही विकास को शामिल कर टीम को मौके पर भेजा। पुलिस टीम ने मौके पर दबिश देकर पार्क में बैठे दोनों युवकों से पूछताछ का प्रयास किया तो दोनों ने विरोध करते हुए भागने का प्रयास किया।
पूछताछ करने के लिए पुलिस टीम दोनों युवकों को साथ लेकर पार्क के गेट से बाहर निकलने लगी तभी एक आरोपी ने भागने का प्रयास करते हुए अपनी पेंट की जेब से पिस्तौल निकालकर आगे चल रहे ईएसआई राजकुमार पर जान से मारने की नीयत से गोली चला दी। गोली राजकुमार के पैर में लगी। पुलिस टीम ने तत्परता से कार्रवाई कर आरोपी से पिस्तौल छीना।
पिस्तौल को खोलकर देखा तो एक रौंद चेंबर से व एक रौंद मैगजीन से बरामद हुआ। गोली चलाने वाले आरोपी ने पूछताछ में अपनी पहचान कुशाल पुत्र कुलदीप निवासी डाहर व उसके साथी आरोपी ने अपनी पहचान प्रिंस पुत्र पवन निवासी डाहर के रूप में बताई। आरोपी प्रिंस की तलाशी लेने पर उसकी पेंट की बेल्ट के नीचे से एक देसी पिस्तौल बरामद हुआ। पिस्तौल की मैग्जीन में दो जिंदा रौंद मिले। घायल ईएसआई राजकुमार को तुरंत इलाज के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पूछताछ में आरोपी कुशाल ने अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर रंगदारी मांगने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। आरोपियों के कब्जे से बरामद दो देसी पिस्तौल व चार जिंदा रौंद बरामद कर आरोपियों के खिलाफ पुलिस टीम पर पिस्तौल से गोली चला जानलेवा हमला करने मामले में थाना शहर में बीएनएस की धारा 221, 221(2), 109 व आर्म्स एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई। गहनता से पूछताछ करने के लिए मंगलवार को दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर हासिल किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने घटना की सूचना मिलते ही तुरंत अस्पताल में पहुंचकर बदमाशों की गोली लगने से घायल ईएसआई राजकुमार का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने यहां चिकित्सकों से ईएसआई राजकुमार के स्वास्थ्य के बारे में जाना और बेहतर उपचार करने को कहा। इसके साथ ही घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना कर जायजा लिया।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने एक बार फिर साफ व कड़े शब्दों में अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जिला में रंगदारी, मंथल सहित अन्य अपराधिक वारदातों व अपराधियों को किसी भी रूप में पनपने नहीं दिया जाएगा। कानून व्यवस्था बनाए रखने व आमजन को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए आपराधिक गिरोह का सफाया करने में जिला पुलिस की टीमें जुटी हुई है। इस दौरान उन्होंने आमजन से अपील की है कि इस प्रकार का अपराध अन्य किसी व्यक्ति के साथ घटित हुआ है तो वह निशंकोच उसकी शिकायत जिला पुलिस को दे।