चंड़ीगढ़
स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता की देखरेख में विधान सभा सत्र का आज का दिन भी हंगामा पूर्ण रहा,पक्ष और विपक्ष सदन में एक दूसरे पर हमलावर रहे, बता दें निंदा प्रस्ताव पर सदन में संग्राम देखने को मिला, सीएम मनोहर लाल ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों को उकसाने वाले कांग्रेस के कुछ मित्र हैं, जैसा माहौल कुछ सदस्यों ने बनाया वो लोकतंत्र के लिए खतरा का विषय बना हुआ है, साथ ही सीएम ने चेतावनी दी है कि हमारी विनम्रता और संयम को कमजोरी ना समझा जाए, वही नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रस्ताव को हमारी सहमति नहीं है,साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी का कोई विधायक किसानों को नहीं उकसा रहा,दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने निंदा प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि कोई भी प्रस्ताव लाने से पहले टेबल पर रखना पड़ता है,ऐसे तो कोई भी कभी भी प्रस्ताव ले आएगा।
सदन में सीएम ने क्या कहा ?
जैसा माहौल कुछ सदस्यों ने बनाया वो लोकतंत्र के लिए खतरा
किसानों को उकसाने वाले कांग्रेस के कुछ मित्र हैं
जब सब एक साथ आएंगे तो कहूंगा लोकतंत्र के संरक्षक
हमारी विनम्रता, सयंम को कमजोरी ना समझे
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के सदन में वक्तव्य
प्रस्ताव के लिए हमारी सहमति नहीं- कानून व्यवस्था देखना सरकार की जिम्मेदारी
ऐसे प्रस्ताव की क्या आवश्यकता
मेरी पार्टी का कोई विधायक किसान को नहीं उकसा रहा,मैं ये बात गारंटी से कहता हूं ।
बता दें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चल रहे बजट सत्र के दौरान एक पंक्ति का प्रस्ताव पेश किया कि समाज का कोई भी वर्ग या संगठन किसी राजनैतिक पार्टी के नेता का वहिष्कार की घोषणा करता है तो यह सदन उसकी निंदा करता है, सीएम ने यह भी प्रस्ताव रखा कि यदि आवश्यक हो तो सदन में प्रस्ताव पर वोटिंग कराई जाए, सदन में यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हुआ,भाजपा और निर्दलीय विधायकों ने मेज थपथपाकर प्रस्ताव का समर्थन किया, उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जितनी जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की होती है, उतनी ही जिम्मेदारी विपक्ष की भी होती है, विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने स्पष्ठ किया कि कांग्रेस पार्टी का कोई भी विधायक किसी संगठन या वर्ग को राजनेताओं का बहिष्कार करने के लिए न तो उकसा रहा है, और न ही उकसाने के लिए कहेगा।