प्रदेश की बड़ी खबरें

Vinesh Phogat ने स्वर्ण मंदिर में टेका माथा, परिवार की सुख शांति और चढ़दी कला के लिए की अरदास 

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Vinesh Phogat : ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट आज श्री हरमंदिर साहिब में अपने परिवार के सदस्यों के साथ माथा टेकने पहुंची। इस दौरान विनेश ने परिवार की सुख शांति और चढ़दी कला के लिए अरदास की। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से विनेश को श्री हरमंदिर साहिब के सूचना केंद्र में सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। वाहेगुरु से मेरी यही प्रार्थना है कि मुझे शक्ति और हिम्मत दें। हमारे सभी प्रियजन स्वस्थ रहें, हमारा देश सुरक्षित रहे, तरक्की करता रहे, यही मैंने प्रार्थना की है। मैंने बाबा से आशीर्वाद मांगा है कि वे हमारा मार्गदर्शन करें और हम मानवता के लिए सही दिशा में काम करते रहें।

Vinesh Phogat : मैंने वाहेगुरु से मुझे शक्ति और साहस देने की प्रार्थना की

मीडिया से बातचीत में विनेश ने कहा कि यहां आकर उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, ”मैं एक सकारात्मक ऊर्जा महसूस कर रही हूं। मैंने वाहेगुरु से मुझे शक्ति और साहस देने की प्रार्थना की। हमारे सभी प्रियजन स्वस्थ रहें, हमारा देश सुरक्षित रहे और प्रगति करता रहे। मैंने वाहेगुरु से हमारा मार्गदर्शन करने और मानवता के लिए सही दिशा में काम करने में मदद करने का आशीर्वाद मांगा है।”

स्वर्ण मंदिर की प्रतिकृति देकर सम्मानित किया

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी), सिख धार्मिक मामलों की लघु संसद, जो स्वर्ण मंदिर सहित गुरुद्वारे को नियंत्रित करती है, के कार्यकर्ता यात्रा के दौरान पहलवान के साथ थे। एकजुटता दिखाते हुए तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने उन्हें स्वर्ण मंदिर की प्रतिकृति, सोने की परत चढ़ी कृपाण और किताबों का एक सेट देकर सम्मानित किया। उन्होंने पहलवान को देश का नाम रोशन करने वाली बेटी बताया।

…. तो आपको मेरे जैसा पागल बनना होगा

ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा, “उसने हमारे लिए स्वर्ण पदक जीता।” फोगाट परिवार ने धूप से सराबोर और चमचमाते पूर्ण स्वर्ण-गर्भगृह में प्रवेश करने से पहले ‘परिक्रमा’ (संगमरमर वाली परिधि के चारों ओर घूमना) की। उन्होंने सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के सामने सिर झुकाया, जिन्हें जीवित गुरु माना जाता है। एक दिन पहले, विनेश फोगाट, जो उन ओलंपिक खिलाड़ियों में शामिल थीं, जिन्हें जालंधर में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा 2.5 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, ने कहा, “यदि आप मेरे जैसा विजेता बनना चाहते हैं, तो आपको मेरे जैसा पागल बनना होगा।”

Wrestler Vinesh Phogat : करीब 13 घंटे चले रोड शो के बाद रात 12 बजे पैतृक गांव बलाली पहुंचीं विनेश

Sachin Tendulkar Raised Voice For Vinesh : कहा विनेश को मेडल नहीं मिलना लॉजिक और खेल भावना के खिलाफ 

Anurekha Lambra

Share
Published by
Anurekha Lambra

Recent Posts

BJP Manifesto 2024 : भाजपा ने संकल्प पत्र के जरिए मास्टर स्ट्रोक लगाया, नॉन स्टॉप 20 बड़े वादे

भाजपा के संकल्प पत्र ने बढ़ाई कांग्रेस की मुश्किलेंं संकल्प पत्र के सामने कांग्रेस की…

5 hours ago

Weather And Agriculture : बारिश ने अगेती धान उत्पादक किसानों की बढ़ाई मुश्किलें

आगामी दो दिन तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील : डा. राजेश India News Haryana (इंडिया न्यूज),…

6 hours ago

JP Nadda : 10 साल पहले हरियाणा में जाति को जाति से लड़ाना, भाई भतीजावाद की राजनीति चलती थी : जेपी नड्डा

कांग्रेस के समय खास वर्ग की सरकार होती थी और खास लोगों को नौकरियां मिलती…

6 hours ago