युवाओं को कौशल विकास में एक समान अवसर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को संबद्ध विश्वविद्यालय के रूप में घोषित किया है। अब प्रदेश के महाविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों में कौशल आधारित सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा, अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट के कौशल से संबंधित कोर्सेज को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से संबद्धता के लिए जोड़ सकते हैं, ताकि सभी प्रकार के कौशल से आधारित पाठयक्रमों की असेसमेंट एवं इवैल्यूएशन एक मानक स्तरों के अनुरूप हो। हरियाणा सरकार के स्किल डेवलपमेंट एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग डिपार्टमेंट के नोटिफिकेशन टी-6/ SVSU /एफिलिएशन के अनुरूप श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय स्किल एजुकेशन के सभी संस्थानों को अपने से संबद्ध कर सकता है।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राठौड़ ने कहा कि कुलपति राज नेहरू के विजनरी नेतृत्व के तहत, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने एक और उपलब्धि हासिल की है, राज्य सरकार ने हमें राज्य में सभी कौशल आधारित पाठ्यक्रमों के लिए संबद्ध विश्वविद्यालय के रूप में घोषित किया है। SVSU राज्य में सभी कौशल पाठ्यक्रमों को संबद्ध करने में सक्षम होगा। इससे राज्य के युवाओं को उद्योग एकीकृत कार्यक्रमों में नामांकन करके लाभान्वित होने में मदद मिलेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह की सभी उपलब्धियां SVSU को बहुत जल्द स्किल IIT बनने में मदद करेंगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने हर्ष जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने युवाओं में कौशल प्रदान करने के लिए SVSU की स्थापना की, उस दिशा में विश्वविद्यालय बेहतर कार्य कर रहा है। युवाओं को बेहतर कौशल प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय ने अब तक 90 से अधिक उद्योगों के साथ एमओयू किए हैं ताकि हमारे युवा विद्यार्थी उच्च स्तर के उद्योगों से जुड़कर कौशल सीखें एवं खुद का विकास करें। कौशल आधारित शिक्षा को लेकर जिस प्रकार सरकार ने SVSU पर विश्वास किया है, उसको विश्वविद्यालय पुरी कर्मठता से निभायेगा। राज नेहरू ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान भी SVSU ने विद्यार्थियों को बेहतर प्लेसमेंट दिलाने का कार्य किया है। उद्यमिता कौशल विकास के अंतगर्त दस हजार युवाओं को उद्यमिता कौशल के गुण प्रदान किए जा रहे हैं।