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राम मंदिर निर्माण के लिए यमुनानगर से भी जाएगा नदियों का जल

• LAST UPDATED : July 26, 2020

यमुनानगर/देवीदास शारदा

अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या जाकर भूमि पूजन सहित अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे, वहीं देश की सभी पवित्र नदियों का जल एवं मिट्टी मंदिर निर्माण में सम्मिलित किया जाएगा. यमुनानगर से यमुना नदी एवं सरस्वती नदी का जल साधु संतों ने आज मंत्रोच्चारण के बाद ग्रहण किया जो 5 अगस्त से पहले अयोध्या पहुंचेगा.

यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज में पहुंचे सैकड़ों साधु संतों एवं विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने यमुना जी की पूजा अर्चना की. विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के बाद साधु संतों ने यमुना का पवित्र जल लिया. इस अवसर पर सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता हरिदेव कंबोज, स्वामी महेश्वरानंद, अजात आश्रम हथनीकुंड,शान्तानन्द, कालेश्वर महादेव मठ, ओंकार चेतन ब्रम्हचारी हथनीकुंड सहित भारी संख्या में साधु संत मौजूद रहे.

 

हथनीकुंड से लिया गया जल 5 अगस्त से पहले अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में प्रयोग किया जाएगा. मंदिर निर्माण के लिए देश की सभी पवित्र नदियों का जल एवं मिट्टी अलग-अलग इलाकों से आ रहा है.

 

यमुनानगर में आदि बद्री तीर्थ स्थल एवं सरस्वती उद्गम स्थल से भी साधु-संतों ने जल लिया.आर एस एस के जिला प्रमुख  मुकेश गर्ग ने बताया कि साधु-संतों एवं विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की अगुवाई में यह जल अयोध्या ले जाया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश की कई पीढ़ियां राम मंदिर के निर्माण की प्रतीक्षा कर रही थी जो अब साकार होने वाला है. उन्होंने बताया कि देश की सभी पवित्र नदियों का जल मंदिर निर्माण में प्रयोग किया जाएगा.

 

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