…क्या है मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम जानिए

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सिरसा / अमर सिंह जयनी  

सिरसा के किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम रास आ रही है। सिरसा जिला के किसान धान की फसल की बिजाई को छोड़कर अब दूसरी फसलों की बिजाई कर रहे है। सिरसा जिला में धान की बिजाई दूसरे जिलों से ज्यादा की जाती थी। पिछले काफी समय से सिरसा के साथ साथ हरियाणा के अनेक जिलों ने पानी की कमी के कारण हरियाणा सरकार ने हरियाणा के किसानों को धान की बिजाई नहीं करने की अपील की थी जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे है।

सिरसा जिला में अब किसान धान की बिजाई करने से परहेज कर रहे है और दूसरी फसलों की बिजाई के प्रति जागरूक हो रहे है। धान की बिजाई नहीं करने से जहां एक और सरकार को पानी की बचत हो रही है वही किसान भी धान की फसल की बिजाई नहीं करने से लम्भावनित हो रहे है। हरियाणा सरकार ऐसे किसानों को 7 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से सम्मानित भी कर रही है जिन्होंने धान की बिजाई की बजाए दूसरी फसलों की बिजाई की है। किसान भी सरकार के प्रोत्साहित राशि से उत्साहित दिखाई दे रहे है वही हरियणा में पानी की समस्या का धीरे धीरे समाधान भी हो रहा है। 

 

सिरसा जिला के विभिन्न किसानों ने धान की फसल की बिजाई करने की बजाए दूसरी फसलों की बिजाई करना ही मुनासिब समझा है इसका नतीजा है कि उनके गांवों में उनके अलावा दूसरे किसान भी प्रेरित हो रहे है। अब सिरसा जीका के काफी किसान मेरा पानी मेरी विरासत के महत्व को समझ रहे है। गांव शाहपुर बेगूं के प्रगतिशील किसान राजा राम , नेकीराम निवासी हांडीखेड़ा , रमेश शर्मा निवासी खैरेकां , मुकेश कंबोज निवासी झोरड़नाली ने कहा कि अब सिरसा जिला में भी पानी की कमी हो रही है खासकर गांवों में सिंचाई के लिए पानी बहुत कम होता है ऐसे में सरकार ने भी जहां गांवों में पानी कम है।

 

किसानों को धान की बिजाई नहीं करने की अपील की थी इसके विपरीत दूसरी फसल जैसे की नरमे कपास ग्वार सहित दूसरी फसलों की बिजाई के लिए निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि वे पिछले कई सालों से धान की बिजाई करने की बजाए दूसरी फसलों की बिजाई कर रहे है और ऐसे किसानों को सरकार भी 7 हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहित राशि देती है जिससे किसान खुशहाल हो रहे है। उन्होंने कहा कि पानी की कमी की समस्या का समाधान भी हो रहा है।  वही कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ बाबू लाल ने बताया कि सिरसा जिला में करीब 16500 किसान मेरा पानी मेरी विरासत के तहत रजिस्ट्रेशन करवा चुके है और अब उन किसानों का वेरिफिकेशन किया जाएगा।