किसानों के चेहरों पर मायूसी
मौसम में अचानक हुए बदलाव और जिले में कई स्थानों पर गेहूं की फसल जमीन पर बिछ गई है तो कई स्थानों पर पूरी तरह तैयार सरसों की फसल को भी बड़ा नुकसान हुआ है। मौसम में अचानक हुए बदलाव के चलते किसानों को काफी नुकसान हो सकता है। मौसम खराब होने से किसानों के चेहरों पर मायूसी भी है। किसानों का कहना है कि यदि बेमौसमी बरसात ऐसे ही जारी रही तो गेहूं की पैदावार कम होगी और पूरी तरह तैयार सरसों की फसल पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
किसानों ने कहा कि मार्च महीने में गेहूं की फसल पकना शुरू होती है, लेकिन बरसात होने से काफी गीली हो गई है। इसके साथ ही सब्जियों की फसल में भी पानी भरने से नुकसान होगा। किसानों ने कहा कि अगर ऐसे ही 2 दिन और बरसात हुई तो किसानों को सभी फसलें खराब हो जाएंगी।
अधिकतम तापमान में भी गिरावट, 24 हुआ
मौसम हुए बदलाव के बाद बरसात होने से अधिकतम तापमान में भी गिरावट हुई है। अधिकतम तापमान 32 से 24 सेल्सियस डिग्री पर पहुंचा है। जबकि न्यूनतम तापमान 17 सेल्सियस डिग्री दर्ज किया। कृषि अधिकारी ने बताया कि अभी अगले दो दिनों तक बरसात जारी रहने की संभावना है जिससे गेंहू व सब्जियों की फसल को नुकसान हो सकता है।