कोसली / देवेंद्र कौशिक
किसान आंदोलन के चलते चरखी दादरी में पटरियों पर बैठे आंदोलन कारियों के वजह से रेवाड़ी बठिंडा जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को सुरक्षा की दृष्टि से रोक दिया गया जिसके वजह से यात्रियों का गुस्सा फुट पड़ा
कोसली रेलवे स्टेशन पर आज उस वक्त सैकड़ों यात्रियों का गुस्सा रेल प्रशासन के खिलाफ फूट पड़ा जब बीकानेर से चलकर वाया रेवाड़ी होते हुए बठिंडा जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को किसान आंदोलन के चलते चरखी दादरी में पटरियों पर बैठे आंदोलन कारियों के कारण कोसली रेलवे स्टेशन पर ही सुरक्षा की दृष्टि से रोक दिया गया ।
जब ट्रेन को वहां खड़े खड़े दो घण्टे से भी अधिक का समय हो गया तो वह स्टेशन मास्टर के पास गए लेकिन न तो उन्हें रिफंड मिला और न ही कोई संतुष्टि भरा जवाब। यात्रियों ने मीडिया के समक्ष अपनी परेशानी बताई लेकिन वहाँ तो कोई सुनने वाला तो था ही नहीं।
स्टेशन पर परेशान हो यात्रियों ने कहा जब रेल प्रशासन को आंदोलनकारियों के इस सुनियोजित रेल रोको अभियान के बारे में सूचना थी तो उन्होंने ट्रेन को रेवाड़ी से क्यों रवाना किया और क्यों यात्रियों को टिकट काटकर दिया गया।
रेल प्रशासन की इस लापरवाही का खमियाजा जनता क्यों भुगते । उन्होंने कहा बिना टिकट यात्रा करने वालों से रेलवे दस गुना चार्ज वसूलती है तो अब बीच रास्ते में रेल रोकने पर यात्रियों को किराए का दस गुना मुआवजा भी रेल प्रशासन द्वारा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा वैसे भी कृषि कानूनों की लड़ाई किसानों और सरकार के बीच है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है तो जनता को इस प्रकार परेशान करके बलि का बकरा क्यों बनाया जा रहा है।