India News Haryana (इंडिया न्यूज), Mayawati Statement: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच सभी पार्टियां गड़े मुर्दे उखाड़ कर मजबूत पार्टियों के खिलाफ जहर उगल रही हैं। सभी पार्टियां एक दूर पर हमलावर हैं। अब एक बार फिर मायावती ने CM योगी के लिए विवादित बयान दे दिया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों के बाहर मालिक और मैनेजर का नाम लिखे जाने के आदेश पर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है। मायावती को कही न कही योगी का फैसला रास नहीं आया या यूँ कहें कि चुनाव के दौरान रहने के लिए उन्होंने BJP पर निशाना साधा है।
दरअसल, बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि जनता का ध्यान बांटने की चुनावी राजनीति से ज्यादा कुछ भी नहीं है। बसपा सुप्रीमो ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा होटल, रेस्तरां, ढाबों आदि में मालिक, मैनेजर का नाम, पता के साथ ही कैमरा लगाना अनिवार्य करने की घोषणा सही नहीं है। इसी तरह कावंड़ यात्रा के दौरान ऐसी कार्रवाई काफी चर्चाओं में रह चुकी है। आगे मायावती ने कहा कि वैसे तो खासकर खाद्य पदार्थों में मिलावट आदि को लेकर पहले से ही काफी सख्त कानून मौजूद हैं, फिर भी सरकारी लापरवाही, मिलीभगत से मिलावट का बाजार हर तरफ गर्म है। बीजेपी के फैसले को गलत बताते हुआ बसपा प्रमुख ने कहा कि दुकानों पर अब लोगों के नाम जबरदस्ती लिखवा देने से क्या मिलावट का कालाधंधा खत्म हो जाएगा?
इसके अलावा आपको बता दें मायावती ने तिरुपति मंदिर वाली घटना पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और उन्होंने कहा है कि वैसे भी तिरुपति मंदिर में ‘प्रसादम’ के लड्डू में चर्बी की मिलावट की खबरों ने देश भर में लोगों को काफी दुखी कर रखा है। इसको लेकर भी राजनीति जारी है। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी पर जुबानी तंज करते हे कहा कि, धर्म की आड़ में राजनीति के बाद अब लोगों की आस्था से ऐसे घृणित खिलवाड़ का असली दोषी कौन? यह जानना जरूरी है। आगे उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के गढ़वा जिला के अंदर डंडई थाना में गरीब ग्रामीण की पुलिस हिरासत में कथित तौर पर हुई मौत और उसे जलाकर साक्ष्य मिटाने का मामला ज्यादा गंभीर , दुखद और निंदनीय है, इससे लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार घटना की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
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