India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Government: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और जनता के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक सुलभ बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हरियाणा के सभी 26 सरकारी अस्पतालों और 15 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन मुफ्त किया जाएगा। इस कदम से विशेष रूप से उन लोगों को फायदा होगा जो ऑपरेशन का खर्च नहीं उठा सकते थे। यह निर्णय भाजपा के संकल्प पत्र के वादों को पूरा करने की दिशा में एक अहम कदम है।
मुख्यमंत्री ने पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के टेलीमेडिसिन मॉडल को आधार बनाते हुए, पीजीआईएमएस, रोहतक में टेली-परामर्श सेवाएं शुरू करने की भी घोषणा की। इस पहल से हरियाणा के नागरिकों को घर बैठे चिकित्सा विशेषज्ञों से मुफ्त परामर्श प्राप्त हो सकेगा। टेलीमेडिसिन सेवा की सुविधा के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों के लोग भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा को और मजबूत बनाने के लिए दिसंबर 2024 तक 777 चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए 825 नए स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिसमें 718 उप स्वास्थ्य केंद्र (एसएचसी), 82 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), और 25 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) शामिल हैं। इससे ग्रामीण इलाकों में लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने बैठक में आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों से नकद पैसे लेने के मामलों पर सख्ती दिखाई। उन्होंने कुरुक्षेत्र के अग्रवाल नर्सिंग होम का पैनल रद्द करने का आदेश दिया, क्योंकि अस्पताल पर मरीजों से नकद पैसे लेने का आरोप था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि किसी अस्पताल में नकद भुगतान की मांग की जाती है, तो उसके पैनल को तुरंत रद्द कर दिया जाएगा।
हरियाणा सरकार का यह कदम राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुँचाने और गरीब वर्ग के लिए सुलभ बनाने में मददगार साबित होगा। मुख्यमंत्री के इन फैसलों से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और जनता को समय पर और उचित चिकित्सा सहायता मिल सकेगी। यह न केवल स्वास्थ्य सेवा में सुधार का एक प्रयास है बल्कि राज्य के लोगों को राहत देने का एक प्रयास भी है।