India News Haryana (इंडिया न्यूज), Skin Allergy in Winter: सर्दियों में ठंड से बचने के लिए वूलेन कपड़े जैसे स्वेटर और ऊनी जैकेट पहनने की आदत आम है, लेकिन इन कपड़ों से स्किन एलर्जी और टेक्सटाइल डर्मिटाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह समस्या मुख्य रूप से संवेदनशील त्वचा वाले लोगों में देखने को मिलती है। वूलन कपड़ों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स, डाई और रेजिंग के कारण त्वचा में रिएक्शन हो सकता है, जिससे स्किन पर रैशेज, इचिंग और जलन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
टेक्सटाइल डर्मिटाइटिस तब होता है जब ऊनी कपड़ों में लगे फाइबर आपकी त्वचा से रगड़ खाते हैं और डर्मिस लेयर में सूजन उत्पन्न करते हैं। हमारी त्वचा में दो मुख्य परतें होती हैं—एपिडर्मिस और डर्मिस। डर्मिस त्वचा को सुरक्षा प्रदान करता है और उसमें रक्त वाहिकाएं, ग्रीस ग्रंथियां और अन्य तत्व होते हैं। जब इस परत में सूजन आती है, तो इसे डर्मिटाइटिस कहते हैं। ऊनी कपड़ों का रगड़ना और उसमें मौजूद केमिकल्स इस सूजन को बढ़ा सकते हैं।
1. कॉटन कपड़े पहनें: ऊनी कपड़े पहनने से पहले अपने शरीर पर मुलायम कपड़े जैसे कॉटन के स्वेटर या टी-शर्ट पहनें ताकि सीधे संपर्क से बच सकें।
2. साफ-सफाई का ध्यान रखें: वूलन कपड़ों को धूप में रखें और फिर अच्छे से ड्राई क्लीन कराकर पहनें। इससे कपड़ों में मौजूद केमिकल्स निकल सकते हैं।
3. फाइबर चेक करें: ऊनी कपड़ों के फाइबर की गुणवत्ता को जांचें। अगर फाइबर बहुत खुरदरा लगे, तो उसे पहनने से बचें।
4. साबुन का चयन सावधानी से करें: साबुन का pH त्वचा से मेल नहीं खाता, जिससे स्किन ड्राय और संवेदनशील हो सकती है। इसलिए माइल्ड और pH बैलेंस्ड साबुन का ही उपयोग करें।
सर्दियों में स्किन एलर्जी से बचने के लिए इन उपायों को अपनाकर आप अपनी त्वचा की सुरक्षा कर सकते हैं और ऊनी कपड़ों का आराम से लुत्फ उठा सकते हैं।