India News Haryana (इंडिया न्यूज), Weight Gain: हमारे आसपास कई लोग ऐसे होते हैं जो बिन खाए भी मोटापे का शिकार हो जाते हैं, जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जितना चाहें खा लें, उनका वजन बढ़ता ही नहीं। खासकर फास्ट फूड और जंक फूड के प्रति उनका कोई डर नहीं होता। वे आराम से अपनी पसंदीदा चीजें खाते हैं, फिर भी उनका वजन नियंत्रित रहता है।
यह सवाल अक्सर हमारे मन में उठता है कि ऐसा क्यों होता है? क्यों कुछ लोग खाना खाने के बावजूद स्लिम रहते हैं, जबकि कुछ बिना खाए ही मोटे हो जाते हैं? इसका मुख्य कारण हमारे शरीर की मेटाबॉलिज्म दर, जेनेटिक्स (जींस), और लाइफस्टाइल में छिपा हुआ है। हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज द्वारा की गई एक स्टडी ने यह खुलासा किया है कि कुछ लोगों के शरीर में ऐसे जीन होते हैं, जो उनके मेटाबॉलिज्म को तेज कर देते हैं।
इसका मतलब है कि उनका शरीर खाए गए भोजन को जल्दी से पचाता है और उसमें जमा होने वाली चर्बी को जलाने में मदद करता है। ऐसे लोग कभी भी फास्ट फूड खाते हैं तो उनका वजन बढ़ता नहीं है, क्योंकि उनका शरीर उसे सही तरीके से पचाकर ऊर्जा में बदल देता है। इसके अलावा, परिवार की वंशानुगत विशेषताएँ भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जिन परिवारों में पेरेंट्स या अन्य सदस्य दुबले-पतले होते हैं, उनके बच्चों में भी यही लक्षण दिख सकते हैं।
वहीं जिन परिवारों में लोग स्वस्थ और मोटे होते हैं, उनके बच्चों में भी मोटापा देखने को मिल सकता है। इस प्रकार, जीन्स और जीवनशैली के मिलेजुले प्रभाव से यह तय होता है कि किसी व्यक्ति का वजन बढ़ेगा या नहीं। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि मेटाबॉलिज्म और जेनेटिक्स वजन बढ़ने या घटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।