इंडिया न्यूज़, वाशिंगटन (6 Died in US school Firing) : अमेरिका में दो दिन में दूसरी बार गोलीबारी की वारदात सामने आई है। रविवार को जहां एक गुरुद्वारे में गोली चलने की वारदात में दो लोग घायल हो गए थे। वहीं आज एक बार फिर से ऐसी ही वारदात एक स्कूल में हुई। हालांकि स्कूली में हुई वारदात में काफी ज्यादा जानी नुकसान हुआ और इसमें तीन बच्चों सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही इस वारदात को अंजाम देने वाले हमलावर को भी पुलिस ने ढेर कर दिया। जानकारी के अमेरिका के नैशविले में एक स्कूल में सोमवार सुबह लगभग साढ़े 10 बजे अचानक फायरिंग शुरू हो गई। बताया गया है हमलावर ऑड्री हेल ने राइफल और हैंडगन से द कोवेनेंअ स्कूल में फायरिंग की।
फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस स्कूल में पहुंची और 15 मिनट के भीतर ऑड्री को मार गिराया। वह 2 राइफल और एक हैंडगन लेकर स्कूल पहुंची थी। पुलिस ने बताया कि 28 साल की ऑड्री इसी स्कूल की स्टूडेंट थी। वह ट्रांसजेंडर थी और सोशल मीडिया पर खुद की पहचान पुरुष बताती थी।
बताया जा रहा है कि इस गोलीबारी में तीन बच्चों के अलावा तीन स्कूल स्टाफ की मौत भी हो गई। वहीं पुलिस से मुठभेड़ में संदिग्ध महिला हमलावर की भी मौत हो गई है। कुल मिलाकर इस घटना में फिलहाल 7 लोगों की मौत हो चुकी है।
हमले की वजह के सवाल पर नैशविले पुलिस के प्रवक्ता डॉन अरोन ने कहा- ऑड्री इस बात से नाराज थी कि उसे जबरदस्ती एक क्रिश्चियन स्कूल भेज दिया गया था। तीनों मृतक बच्चे 9 साल के थे। उनमें से एक स्कूल के चर्च के पादरी चैड स्क्रग्स की बच्ची हैली स्क्रग्स थी। दो अन्य बच्चों की पहचान एवलिन डिकॉस और विलियन किन्नी के तौर पर हुई है। मरने वाले तीन सीनियर लोगों में एक सब्स्टीट्यूट टीचर सिंथिया पीक (61), स्कूल कस्टोडियल माइक हिल (61) और कोवेनेंट हेड कैथरीन कूंस (60) शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार इस हमले के दौरान स्कूल में नर्सरी से लेकर छठवीं क्लास तक के लगभग 200 छात्र-छात्राएं मौजूद थे। बता दें कि हमले के बाद घायल बच्चों को इलाज के लिए मोनरो कैरेल जूनियर चिल्ड्रन हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।