मार्च में ही जारी करनी पड़ी हिदायतें
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Advisory issued regarding heat): देश में इस बार सर्दियों के दौरान बहुत कम बरसात हुई है। उत्तर भारत में तो न के बराबर बारिश हुई है। इसी के चलते इस बार गर्मी सामान्य से काफी पहले दस्तक दे चुकी है। एक रिपोर्ट के अनुसार 146 साल बाद फरवरी इतना ज्यादा गर्म गुजरा है। इसी बीच लगातार गर्म होते मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय चिंतित है।
इसी के चलते स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्मी से बचाव के लिए परामर्श जारी किया है। गर्मी से पैदा होने वाली बीमारियों से बचने के लिए लोगों को सलाह दी गई है कि वे उच्च प्रोटीन युक्त भोजन न करें और दोपहर 12 से तीन बजे के बीच धूप में न निकलें। इसके अलावा हवादार जगहों पर रहें। मंत्रालय ने प्यास न लगने पर भी लोगों को पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है।
लोगों से रेडियो सुनने, अखबार पढ़ने और टीवी देखने को भी कहा गया है, ताकि उन्हें स्थानीय मौसम का पता चलता रहे। बता दें कि मौसम विभाग ने इस वर्ष के लिए गर्मी की पहली चेतावनी जारी की है जिसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अगर किसी के शरीर का तापमान बहुत ज्यादा दिखे और उसे पसीना आना बंद हो गया हो, तो तुरंत 108/102 पर काल करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि वे समय-समय पर ओआरएस पिएं। घर में बने पेय पदार्थ जैसे- बटर मिल्क, नींबू पानी, फलों का जूस और लस्सी आदि का सेवन करें। तरबूज, खीरा, नींबू और संतरा जैसे ताजे फलों का सेवन करें। पतला, ढीला और सूती कपड़े पहनें। हल्के रंग के कपड़ों को तरजीह दें।
दूसरी तरफ आईएमडी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि मैदानी क्षेत्रों में तापमान में इसी तरह से वृद्धि जारी रहेगी। इससे गर्मी में इजाफा होगा और जल्द ही तापमान 35 डिग्री तक पहुंच जाएगा।