इंडिया न्यूज, America Job Data : बेरोजगारी के मुद्दे पर अमेरिका से राहत भरी खबर आई है। मार्च के महीने में अमेरिका में नियोक्ताओं ने 2.36 लाख नई नौकरियां दी। इसे श्रम बाजार की स्थिति में सुधार जारी रहने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल, फेडरल रिजर्व आर्थिक वृद्धि के बजाय मुद्रास्फीति नियंत्रण को प्राथमिकता दे रहा है। जून-2022 में 9.1 प्रतिशत पर पहुंच गई मुद्रास्फीति अब भी छह प्रतिशत पर बनी हुई है जो कि फेडरल रिजर्व के दो प्रतिशत के लक्ष्य से बहुत अधिक है।
अमेरिकी श्रम विभाग की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक मार्च में अमेरिकी कंपनियों एवं अन्य गैर-कृषि नियोक्ताओं ने कुल 2.36 लाख नौकरियां दी। यह संख्या फरवरी में पैदा हुए 3.26 लाख नए रोजगार की तुलना में कम है। इसके बावजूद पिछले महीने बेरोजगारी दर फरवरी की तुलना में घटकर 3.5 प्रतिशत पर आ गई। फरवरी में बेरोजगारी दर 3.6 प्रतिशत रही थी। इसके पहले जनवरी में बेरोजगारी दर 53 वर्षों के निम्नतम स्तर 3.4 प्रतिशत पर रही थी। इस रिपोर्ट से ऐसे संकेत मिलते हैं कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में वृद्धि का सिलसिला जारी रहने के बावजूद अर्थव्यवस्था और रोजगार बाजार दोनों की हालत कमोबेश ठीक है।
हालांकि नए रोजगार पैदा होने के आंकड़े से फेडरल रिजर्व को यह आभास मिल सकता है कि भर्तियों की रफ्तार अब भी वेतन एवं मुद्रास्फीति पर दबाव डाल रही है लिहाजा ब्याज दर में आगे भी बढ़ोतरी की जरूरत बनी हुई है। केंद्रीय बैंक की तरफ से ब्याज दर बढ़ाने पर कर्ज महंगा हो जाता है जिससे कारोबारी गतिविधियों में कमी आती है लेकिन मुद्रास्फीति को काबू में करने में मदद मिलती है।
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