यह संपत्ति लगभग 4,500 वर्ग फुट क्षेत्र में फैली हुई है और इसका उपयोग उनके परिवार के सदस्यों द्वारा किया जाता रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह संपत्ति उनकी कुल 15.77 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति का हिस्सा है। डॉ. मनमोहन सिंह ने हमेशा पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने जीवन और राजनीति का संचालन किया। उनकी यह संपत्ति उनकी सादगी का प्रतीक मानी जाती है।
डॉ. मनमोहन सिंह का चंडीगढ़ से गहरा जुड़ाव है। इस शहर में उनकी संपत्ति उनके जीवन और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनके योगदान और नेतृत्व को याद करते हुए, चंडीगढ़ के लोग उन्हें एक आदर्श नेता के रूप में देखते हैं। प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद मनमोहन सिंह अपनी पत्नी के साथ रहते थे। डॉ. मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर की तीन बेटियां हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री के बेहद सादा जीवन जीना पसंद करते थे, वह काफी कम बोलते थे। उनकी संपत्ति की बात करें तो उनके पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपये की संपत्ति है, राज्यसभा में दिए गए एफिडेविट के मुताबिक, उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक फ्लैट भी है। एफिडेविट के मुताबिक, मनमोहन सिंह पर कोई कर्ज नहीं था।
Manmohan Singh का पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से ऐसा रिश्ता जो हर किसी को नहीं पता