इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Banner in support of Manish Sisodia): दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया सीबीआई की हिरासत में हैं। पिछले दिनों सीबीआई ने उन्हें दिल्ली की नई आबकारी नीति में धांधली के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद सिसोदिया ने अपना त्याग पत्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंप दिया था जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया था।
इस प्रकरण के बाद से दिल्ली की सियासत में तूफान आया हुआ है। विपक्षी दल आम आदमी पार्टी पर लगातार आरोप लगा रहे हैं और मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसी बीच दिल्ली के एक स्कूल की इमारत पर आई लव मनीष सिसोदिया लिखे बैनर लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
शास्त्री पार्क इलाके के एक सरकारी स्कूल के गेट पर आई लव मनीष सिसोदिया का बैनर लगाने के आरोप हैं और दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली है। दरअसल बैनर का स्थानीय निवासियों ने विरोध कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन में दिल्ली संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया।
स्थानीय निवासी दिवाकर पांडे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि तीन मार्च को सुबह करीब साढ़ आठ बजे आप के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे। सबसे पहले, उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाला। फिर वे डेस्क बाहर लाए व उसपर चढ़ गए और गेट पर आई लव मनीष सिसोदिया का पोस्टर लगाने लगे। इस पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे राजनीति से दूर रखो।
दूसरी तरफ मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपना विरोध जताया है। इस पत्र में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि जिस तरह से मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई है उससे लगता है कि हम देश में लोकतंत्र का स्वरूप खो रहे हैं।