इंडिया न्यूज, बठिंडा (Bathinda firing case today update): बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में 12 अप्रैल को हुई फायरिंग की गुत्थी बठिंडा पुलिस ने सुलझा ली है। ज्ञात रहे कि गत दिवस बठिंडा पुलिस ने यह बयान जारी किया था कि सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट हो गया है कि मिलिट्री एरिया में बाहर से कोई व्यक्ति दाखिल नहीं हुआ। इस घटना के पीछे छावनी के अंदर से ही किसी जवान का हाथ है। इसके साथ ही उन्होंने बताया था की इस घटना के दोनों गवाहों सहित सेना के कुछ अन्य जवानों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ज्ञात रहे कि 12 अप्रैल को हुई गोलीबारी की घटना में 4 जवानों की मौत हो गई थी।
पुलिस पूछताछ में आरोपी गनर देसाई मोहन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। देसाई मोहन ने पुलिस के सामने यह कबूल किया की उसने ही अपने साथी जवानों पर फायरिंग की थी। पूछताछ में उसने बताया कि जिन जवानों पर उसने गोलियां चलाईं, वह उसे जलील करते थे। फायरिंग के दौरान सागर बन्ने, कमलेश आर, योगेश कुमार जे, संतोष कुमार नागराल मारे गए थे।
इस घटना के बाद देसाई ने अफसरों को गुमराह भी किया था। देसाई ने कहा था कि उसने कुछ संदिग्ध लोग देखे हैं, जो जंगल की तरफ भाग गए। उसके बयानों के आधार पर जब जांच की गई तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। हालांकि पुलिस अथवा सेना की तरफ से इस बारे में कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
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