India News Haryana (इंडिया न्यूज),Illegal Immigration: चंद पैसे कमाने के लिए और अपने परिवार का बेहतर पालन पोषण करने के लिए अमेरिका जाने वाले भारतियों को इस तरह जुल्म सहना पड़ेगा ये उन्होंने सोचा भी नहीं था। आज भी अगर भारत लौटे भारतियों को वो दिन याद आ रहे हैं तो वो बुरी तरह बिलख-बिलख कर रोने लग जाते हैं। अमेरिका से हरियाणा निर्वासित रोबिन हों या 30 साल की लवप्रीत कौर, उनकी रोती आँखें और दर्दभरी आवाज इस बात की गवाह है कि उन्होंने किस तरह प्रताड़ना सही है। अब अमेरिका से लौटे भारतीयों ने कई बड़े खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया की उनके साथ किस तरह व्यवहार किया जाता था और किस तरह उन्हें बेड़ियों में जकड़ कर रखा जाता था।
जानकारी के मुताबिक होशियारपुर के गांव दारापुर के सुखपाल सिंह ने भरी आंखों के साथ बताया कि अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद उन्हें जिस शिविर में रखा गया वहां उन्हें खाने के लिए गोमांस और स्नैक्स दिया जाता था। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने 12 दिन यही सब खाकर अपने दिन गुजारे। उन्होंने बताया कि शिविर में उनके साथ बहुत बुरा सुलूक किया जाता था। इतना ही नहीं इस दौरान उन्हें कानूनी सलाहकार या आव्रजन अधिकारियों से मिलने नहीं दिया जाता था।
हद तो तब हो गई जब उन्होंने बताया कि हमें विमान पर सवार करने से पहले हथकड़ी पहना दी गई। इतना काफी नहीं था तो कमर और पैरों में बेड़ियां डाल दी गईं। इतना ही नहीं इस दौरान किसी को भी अपनी सीट से हिलने की इजाजत नहीं थी, यहां तक कि शौचालय तक जाने में भी दिक्क्त होती थी। उन्होंने बताया कि शौचालय का उपयोग करने से बचने के लिए, उन्होंने उड़ान में कुछ भी खाया या पिया नहीं। अमृतसर में विमान के उतरने के बाद बेड़ियां हटा दी गईं। उन्होंने बताया कि यहां पहुंच कर मुझे राहत की सांस लेने का मौका मिला और अच्छा खाना भी मिला।