इंडिया न्यूज, मेलबर्न ।
Beijing Olympics 2022 Update अमेरिका ने चीन को जहां पहले ही झटका दे दिया है वहीं अब आस्ट्रेलिया ने भी चीन को झटका दिया। जी हां, इस देश ने भी फरवरी में बीजिंग में होने वाले 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों में अपने राजनयिक बहिष्कार करने का फैसला कर दिया है। इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कही। ज्ञात रहे कि अमेरिका ने इससे पहले चीन के कमजोर मानवाधिकार रिकॉर्ड के चलते विंटर ओलंपिक खेलों का कूटनीतिक बहिष्कार करने की घोषणा की थी। अमेरिका के इस कदम को चीन के लिए कड़ा संदेश माना जा रहा था।
हालांकि, अमेरिका के इस फैसले पर चीन ने आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने इसी के साथ धमकी दी कि अगर अमेरिका ओलंपिक खेलों का राजनयिक बहिष्कार करता है तो बीजिंग इसपर जवाबी कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की यह राजनीतिक तौर पर भड़काने वाली कार्रवाई होगी।
अमेरिका में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियु पेंग्यु ने कहा कि यदि अमेरिका ऐसा करता है तो यह राजनीतिक तौर पर भड़काने वाली कार्रवाई होगी। चीन ने कहा, यह कदम दिखावापूर्ण और ओलंपिक चार्टर भावना की गंभीर विकृति है। पेंग्यु ने बाइडन प्रशासन का फैसला एक सियासी हेरफेर बताते हुए कहा, इसका आयोजन की सफलता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अमेरिकी फैसले से कनाडा भी अवगत है और इस मामले में वह भी सहयोगियों के साथ परामर्श जारी रखे हुए है। ग्लोबल अफेयर्स कनाडा के प्रवक्ता क्रिस्टेल चार्टेंड ने कहा कि चीन में मानवाधिकारों के उल्लंघन की परेशान करने वाली रिपोर्टों से कनाडा भी काफी परेशान है। इटली ने कहा है कि उसका फिलहाल बीजिंग ओलंपिक के अमेरिकी राजनयिक बहिष्कार में शामिल होने कोई प्लान नहीं है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बताया कि बाइडन प्रशासन किसी राजनयिक या आधिकारिक प्रतिनिधमंडल को बीजिंग ओलंपिक्स और पैरालंपिक खेलों में नहीं भेजेगा। इसके लिए शिनजियांग में उइगरों (अल्पसंख्यक मुस्लिमों) पर हो रहे अत्याचार को कारण बताया। इस वर्ष की शुरुआत में भी संयुक्त राज्य अमेरिका ने शिनजियांग में चीनी कार्रवाइयों पर ‘नरसंहार’ का आरोप लगाया था।