इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Bipin Rawat Helicopter Crash Eyewitness : सेना का एमआई 17 हेलिकाप्टर 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया। जानकारी के अनुसार हेलिकाप्टर में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका सहित 14 लोग सवार थे। पता चला है कि हादसा जिस इलाके में हुआ, वहां गहरी धुंध थी। फिलहाल तो हादसे की सबसे बड़ी वजह मौसम को ही माना जा रहा है। इस मामले में कुछ चश्मदीद भी सामने आए हैं। इन्होंने बताया कि हेलिकाप्टर बहुत तेजी से पेड़ों पर गिरा और इसमें भयंकर आग लग गई। दूसरे चश्मदीद के अनुसार उसने जलते हुए लोगों को हेलिकाप्टर से गिरते देखा।
घटना के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी के अनुसार उसने उस समय एक जोरदार धमाका सुना जब वह अपने घर पर था। उसने एकदम से बाहर आकर देखा कि एक हेलिकाप्टर क्रैश हुआ है।
वह कई पेड़ों से टकराया और उसमें भयंकर आग लग गई। मैंने 2-3 ऐसे लोगों को हेलिकाप्टर से निकलते देखा जिनके शरीर आग की लपटों में घिरे थे।
कृष्णास्वामी ने उस इलाके में रहने वाले लोगों को बुलाकर मदद की कोशिश की। इसके बाद फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी सर्विसेज को सूचना दी गई।
घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले कृष्णास्वामी के मुताबिक जिस जगह हेलिकाप्टर गिरा, वहां से उनका घर महज 100 मीटर दूर है। घटना दोपहर करीब 12:20 बजे हुई।
कृष्णास्वामी के अनुसार उसे जैसे ही आवाज सुनाई दी, वह उसी दिशा में भागा। उसने देखा कि मौके पर सिर्फ आग और धुआं ही था। आग की लपटें इतनी भयंकर थीं कि वह उसके घर की ऊंचाई से ज्यादा ऊपर तक जा रही थीं।
इलाके में रहने वाला कुमार नामक लड़का दौड़कर पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना देने गया। पेड़ों के बीच गिरे हेलिकाप्टर में से 2-3 लोग तो बाहर गिरते भी दिखे। सभी के शरीर पर आग लगी हुई थी।
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