होम / Brij Bhushan Sharan Case Vs Wrestlers Update : रेसलर साक्षी-बजरंग और विनेश नौकरी पर लौटे

Brij Bhushan Sharan Case Vs Wrestlers Update : रेसलर साक्षी-बजरंग और विनेश नौकरी पर लौटे

• LAST UPDATED : June 5, 2023

संबंधित खबरें

  • इंसाफ़ की लड़ाई में न हम में से कोई पीछे हटा है, न हटेगा

India News (इंडिया न्यूज), Brij Bhushan Sharan Case Vs Wrestlers Update, नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट नौकरी पर लौट आए हैं। मालूम रहे कि तीनों ही रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बबेजा ने इसकी पुष्टि की है। वहीं साक्षी ने कहा कि इंसाफ़ की लड़ाई में न हममें से कोई पीछे हटा है, न हटेगा। सत्याग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है।

उधर सूत्रों का दावा किया जा रहा है कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली रेसलर्स बयानों से पलट गई है। दावे के मुताबिक नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिए।

एक बार फिर जानें क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि भारतीय पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इस कारण पहलवान 18 जनवरी को पहली बार दिल्ली जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। इस दौरान खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पहलवानों के साथ बातचीत की थी जिस पर आश्वासन मिलने के बाद 21 जनवरी के दिन धरने को खत्म कर दिया गया था। तदोपरांत बृजभूषण सिंह को कुश्ती संघ के कामकाज से अलग कर दिया गया और उनके खिलाफ लगे आरोपों पर जांच के लिए एक समिति गठित कर दी गई।

23 अप्रैल को फिर बैठ गए थे धरने पर

हालांक गठित जांच समिति ने अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट जारी कर दी थी लेकिन पहलवानों का कहना था कि रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। ऐसे में पहलवान 23 अप्रैल को फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। धरने के दौरान ही आखिर पहलवान सुप्रीम कोर्ट चले गए। कोर्ट के कहने के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की जिसमें एक एफआईआर पाक्सो एक्ट के तहत दर्ज की गई थी।
उधर बृजभूषण स्वयं को पाक साफ बताते आ रहे हैं।

उनका कहना है कि उन पर लगाए सभी आरोप निराधार हैं। एक षड्यंत्र के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है। इसी बीच गत दिनों 28 मई के दिन नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान पहलवानों ने मार्च करने की प्रयास किया तो पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया और उन्हें जंतर मंतर धरना स्थल से हटा दिया। इस दौरान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट सहित 700 लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया।

बृजभूषण पर ये हैं 4 बड़े आरोप

Brij Bhushan Sharan Singh Case
बृजभूषण शरण सिंह

रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित पहलवानों ने शिकायत में कहा कि आरोपी बृजभूषण ने सांस लेने के पैटर्न के बहाने उनके पास पहुंचे और उन्होंने उनकी छाती, जांघ, कंधे को पेट टच किया। एफआईआर में दूसरा आरोप है 2016 में टूर्नामेंट के दौरान बृजभूषण शरण सिंह एक रेस्तरां में था। जहां कथित तौर पर उन्होंने उसके पेट और की छाती को छुआ। जिसके कारण महिला काफी सदमे में रही। वहीं एक महिला रेसलर ने शिकायत में कहा कि 2019 में वह एक टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही थी तो बृजभूषण सिंह ने उसकी छाती और पेट पर हाथ लगाकर उसका शोषण किया। एफआईआर में एक महिला रेसलर ने यह भी बताया कि 2018 में सांसद ने उसे काफी देर तक कसकर गले लगाए रखा। उसने खुद को बृजभूषण के चंगुल से छुड़ाया।

यह भी पढ़ें : PM on World Environment Day 2023 : पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर एक स्पष्ट रोडमैप के साथ आगे बढ़ रहा भारत: प्रधानमंत्री मोदी

यह भी पढ़ें : Covid 19 : भारत में 237 नए मामले सामने आए, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,502 हुई

यह भी पढ़ें : NIRF Ranking 2023 : आईआईटी मद्रास लगातार 5वें वर्ष शीर्ष पर

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT