India News (इंडिया न्यूज़ ) Chhattisgarh liquor scam, रायपुर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने छत्तीसगढ़ में 2,000 करोड़ रुपये के एक कथित शराब घोटाले को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस्तीफे की मांग की। पार्टी ने यह दावा भी किया कि चार साल से अधिक समय तक इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सरकार की संलिप्तता के बिना संभव ही नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता के के शर्मा ने बघेल के इस दावे के लिए उन पर निशाना साधा कि मामले की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उन्हें इस मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पूछा कि क्या यह बघेल की ‘स्वीकारोक्ति’ है या फिर उनका संदेह।
शर्मा ने कहा, ‘‘ईडी की जांच में जो तथ्य सामने आये हैं उससे स्पष्ट होता है कि इस घोटाले का मुख्य सरगना अनवर ढेबर था, जिसकी बाद में गिरफ्तारी भी हुई।’’ उन्होंने दावा किया कि अनवर ढेबर रायपुर के महापौर का बड़ा भाई है और मुख्यमंत्री बघेल का करीबी माना जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घोटाले में राज्य के शीर्ष नौकरशाहों और राजनेताओं की भी मिलीभगत है।
शर्मा ने कहा कि ढेबर के पास सरकार में कोई पद नहीं है लेकिन इसके बावजूद वह शराब डीलरों और सरकारी अधिकारियों के साथ बैठकें करता था। शर्मा ने दावा किया कि राज्य में शराब उद्योग खरीद से लेकर खुदरा तक सरकार द्वारा संचालित होता है लेकिन यह अनवर ढेबर था जिसने यह व्यवसाय चलाने वाले सार्वजनिक निकाय पर ‘कब्जा’ कर रखा था और वहां नियुक्ति के लिए अधिकारियों के नामों की सिफारिश किया करता था।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बगैर ‘सरकारी संरक्षण’ के यह संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया गया कि अवैध रूप से उत्पादित शराब सरकारी दुकानों से बेची जाए। उन्होंने कहा कि यह कुल कारोबार का 30-40 प्रतिशत है।
ईडी के बयानों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शराब डीलरों से कमीशन लिया गया और घोटाले का कुल पैसा 2,000 करोड़ रुपये का था। शर्मा ने कहा कि बघेल को अनवर ढेबर के साथ अपने संबंधों के बारे में बताना चाहिए और घोटाले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने मांग की, ‘‘उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’’