India News (इंडिया न्यूज), China’s activities in the Indian Ocean, नई दिल्ली : अपनी विस्तारवादी सोच के चलते चीन हमेशा ही अपने पड़ौसी देशों के लिए चिंता का विषय रहा है। भारत के साथ भी उसकी न केवल जमीनी बल्कि लंबी जल सीमा भी लगती है। जिसके चलते चीन के प्रत्येक कदम पर भारत हमेशा अपनी पैनी निगाह रखता है। भारत और चीन हिंद महासागर में समुद्री सीमा बांटते हैं। यहां पर चीन लगातार अपनी मौजूदगी बढ़ाता जा रहा है। भारत भी चीन के इस प्रयास से अनजान नहीं है। इस बारे में जानकारी देते हुए शनिवार को नेवी चीफ एडमिरल हरि कुमार ने कहा चीन की नेवी के जहाज पाकिस्तान सहित कई देशों के पोर्ट के पास मौजूद हैं और भारतीय नौसेना की इस पर पूरी नजर है।
समुद्री स्थिति स्पष्ट करते हुए एडमिरल कुमार ने कहा कि मौजूदा समय में हिंद महासागर में चीन के तीन से छह युद्धपोत मौजूद हैं। चीन द्वारा इस तरह की तैयारी को देखते हुए युद्ध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इन युद्धपोत की स्थिति पर बात करते हुए एडमिरल ने कहा कि इनमें से कुछ गल्फ आॅफ ओमान के पास हैं तो कुछ महासागर के पूर्वी तरफ रहते हैं। इसके अलावा कुछ चीनी रिसर्च शिप्स और कुछ मछली पकड़ने वाले जहाज भी वहां मौजूद हैं। एडमिरल कुमार ने कहा हम अपनी योजनाओं को रिफाइन करते रहते हैं। इससे हमारी क्षमता के विकास में भी मदद मिलती है।
भारत के दूसरे पड़ौसी देश जिससे भारत के रिश्ते कभी भी मधुर नहीं रहे हैं पाकिस्तान के बारे में भी एडमिरल कुमार ने विस्तार से बात की। कुमार ने कहा कि पाकिस्तानी नौसेना बहुत तेजी से डेवलप हो रही है और वह अपने बेड़े में लगातार नए युद्धपोत जोड़ रही है। वहीं चीन ने पिछले 10 सालों में कई जहाजों और पनडुब्बियों को शामिल किया है। कुमार ने कहा कि दोनों पड़ौसी देशों की हर गतिविधि पर भारतीय नौसेना हमेशा पैनी नजर बनाए रखती है। हम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार हैं। कुमार ने कहा कि हमारे बहादुर नौसैनिक हमेशा ही अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए मुस्तैद हैं और किसी भी बड़े हमले का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम हैं।