इंडिया न्यूज़, लखनऊ (CM Yogi Adityanath statement on Mafia) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 2017 से पहले प्रदेश में कानून-व्यवस्था खराब थी और प्रदेश दंगों के रूप में कुख्यात कहा जाता था। राज्य के बहुत से ऐसे जिले थे जिसके नाम से लोग डरते थे, लेकिन आज लोगों को ऐसे किसी तरह के डर की जरूरत नहीं है। जो पहले यूपी की पहचान के लिए संकट थे आज प्रदेश उनके लिए संकट बनता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में सीएम योगी ने ये बातें कहीं।
प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के छठवें दिन विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के मर्डर को लेकर सीएम योगी ने सदन में कहा था कि प्रयागराज में हुई वारदात बेहद दुखद है। सरकार ने उसका संज्ञान लिया है और मैं पूरे सदन को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि जीरो टालरेंस की नीति के तहत सरकार जो कार्रवाई अब तक करती रही है उसके परिणाम भी बहुत शीघ्र ही सामने आएंगे। कोई संदेह नहीं होना चाहिए। ये जो माफिया हैं, इन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सीसीटीवी कैमरों में माफिया अतीक अहमद का बेटा असद गोली चलाते दिख रहा था। मामले के आरोपी 4 शूटरों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है, जिसमें असद भी शामिल है। वहीं 16 अप्रैल को प्रयागराज में पुलिस की कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ को तीन युवकों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गुड्डू मुस्लिम और अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश तेज कर दी है। इसी बीच 50 हजार रुपए की ईनामी शाइस्ता के प्रयागराज कोर्ट में सरेंडर की कयासों ने जोर पकड़ लिया है। हालांकि इस बाबत जब अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की लेकिन जिस तरीके से प्रयागराज कोर्ट की घेराबंदी की जा रही है, उससे इन अटकलों को बल मिल रहा है। लेडी डॉन शाइस्ता परवीन की तलाश में पुलिस की कई टीम सोमवार रात से ही छापेमारी कर रही है। करीबियों और रिश्तेदारों के घरों में घुसकर खोजबीन की जा रही है।
यह भी पढ़ें : भारत ने डिजिटल स्वास्थ्य की शीर्ष प्राथमिकता के तौर पर पहचान की: यूनिसेफ