शिमला और मनाली में एक फीट ताजा हिमपात
प्रदेश में 2 एनएच समेत 774 सड़कें बंद, 2360 ट्रांसफार्मर और 249 पेयजल स्कीमें ठप
लोकिन्दर बेक्टा, शिमला।
Cold In Himachal हिमाचल प्रदेश में लगातार कई दिनों तक बारिश और बर्फबारी का क्रम जारी रहने से राज्य में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। बर्फबारी और बारिश के कारण पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड से कांप रहे हैं और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई दिनों बाद सोमवार को मौसम खुला, लेकिन बर्फबारी के चलते लोगों की दुश्वारियों बढ़ गई। बर्फबारी के कारण शिमला, कुल्लू, मंडी, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिलों में कई मार्ग अवरुद्ध हुए हैं। वहीं, कई ग्रामीण इलाकों में ट्रांसफार्मर खराब होने और बिजली की तारें टूटने से विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है। इस बीच, बर्फबारी के चलते रोजमर्रा की चीजें दूध ब्रेड भी राजधानी में देरी से पहुंचे और उपनगरों में शाम तक ही पहुंच पाए।
रविवार रात को राज्य के ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी और निचले इलाकों में भारी बारिश से राज्य में लोगों को कड़क ठंड का सामना करना पड़ रहा है। बीती रात ऊंचाई वाले इलाकों में भारी हिमपात हुआ है। सोमवार सुबह मौसम खुला और धूप खिली। इससे लोगों ने कुछ राहत पाई, लेकिन ठंड से कोई निजात नहीं मिली है। राजधानी शिमला के साथ-साथ मशोबरा, छराबड़ा, कुफरी, फागू, नारकंडा, खड़ापत्थर, खिड़की, चांशल, डोडरा क्वार, चूड़धार, कुल्लू जिले की सभी ऊंचे स्थानों पर जमकर बर्फबारी हुई है। धौलाधार की चोटियों पर भी चांदी सी सफेद चादर बिछी हुई है। राज्य के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के पांगी-भरमौर में भी भारी हिमपात हुआ है। इस कारण इन इलाकों में लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद सोमवार को सुबह कामकाजी लोगों को पैदल की अपने कार्यालयों को जाना पड़ा। प्रशासन ने सड़कों से बर्फ हटाने को मशीनरी झोंक दी थी और बर्फ भी हटा दी थी, लेकिन सड़कों पर फिसलन के कारण वाहन चलाना जोखिम भरा था। जिला प्रशासन और नगर निगम ने अस्पताल जाने वाले रास्तों और अन्य मुख्य मार्गों से प्राथमिकता के साथ बर्फ हटाई, लेकिन फिर भी फिसलन बरकरार है। फिसलन भरे रास्तों पर रेत व मिट्टी भी डाली गई है। वहीं, ऊपरी शिमला के मार्गों से भी बर्फ हटाने का काम जारी है। कुफरी, फागू, नारकंडा, खड़ापत्थर और खिड़की में अधिक बर्फ गिरी है और वहां से बर्फ हटाने का कार्य चला हुआ है।
उधर, मौसम खुलने के बाद अब न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी और इससे ठंड में और बढ़ोतरी होगी। वहीं, सुबह-शाम सड़कों और रास्तों में बर्फ के जमे होने से आने-जाने में और दिक्कतें लोगों को झेलनी पड़ेगी। बर्फबारी के बाद रात में साफ मौसम रहने से बर्फ और पानी जम जाता है और इससे लोगों को और परेशानी होने वाली है। इसे देखते हुए प्रशासन भी लोगों से सुबह के वक्त सफर न करने की सलाह देता है।
इस बीच, राजधानी में सैलानियों ने बर्फबारी का पूरा आनंद लिया। मौसम साफ होने के बाद सैलानी रिज मैदान पर बर्फ का आनंद लेने पहुंच गए और फिर इन पलों को कैमरे में कैद करने लगे। सैलानियों ने एक-दूसरे पर बर्फ भी फेंकी और इससे खेलने लगे। उधर, मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में मौसम अब साफ रहने की संभावना है। विभाग के मुताबिक अगले तीन दिन राज्य में मौसम साफ रहेगा।
राजधानी शिमला में पिछले 24 घंटे के दौरान 30 सेंमी. ताजा हिमपात हुआ है। इस दौरान भरमौर और खदराला में 61-61 सेंमी., कुफरी में 50, कोठी और शिलारू में 45-45 सेंमी., गोंदला में 40, मनाली में 37, जंजैहली में 31 और निचार में 30 सेंमी., बर्फ गिरी है। इसके अलावा केलांग में 24 सेंमी., सराहन में 18, जुब्बल में 7, रोहड़ू में 5.8, कल्पा में 9, मूरंग में 2.54, बंजार में 4, सलूणी में 10.6, कुकमसेरी मे 10.9, हंसा में 7 और समदो में 5 सेंमी. बर्फ रिकार्ड की गई है। वहीं, मैदानी और कम ऊंचाई वाले इलाकों में व्यापक वर्षा हुई है। इस दौरान कंडाघाट में 80 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है। धर्मपुर में 73 मिमी., सोलन में 71, पच्छाद में 70, राजगढ़ में 63, कसौली, संगड़ाह और जुब्बड़ हट्टी में 60-60 मिमी., रेणुका जी में 57, अर्की में 53, श्री नैना देवी जी और बलद्वाड़ा में 52-52 मिमी., जतौण बैराज व सुंदरनगर में 50-50 मिमी., नाहन में 47, रामपुर व मंडी में 43-43 मिमी. और करसोग, गोहर और पंडोह में 39-39 मिमी. बारिश दर्ज की गई है।
राज्य में हुई भारी बर्फबारी और बारिश के कारण राज्य में सड़क यातायात बाधित हुआ है। राज्य के कई जिलों में संपर्क मार्ग अवरुद्ध है और इन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक ताजा बर्फबारी के बाद राज्य में दो नेशनल हाईवे समेत कुल 774 सड़कें बंद हो गई हैं। बर्फबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित शिमला जिला में 261 सड़कें बंद हैं। लाहौल-स्पीति जिला में 170, कुल्लू में 139, चंबा में 85, किन्नौर में 60, मंडी में 51 और सिरमौर में 8 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं। इसके अलावा, राज्य में 2360 ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने से बिजली आपूर्ति लाइनें बाधित हो गई हैं। शिमला जिला में सर्वाधिक 1126 ट्रांसफार्मर ठप रहे। इसी तरह मंडी में 521, चंबा में 358, कुल्लू में 196, सिरमौर में 115, लाहौल-स्पीति में 196 और किन्नौर में 20 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा प्रदेश में 249 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित रहीं।
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