इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Delhi new excise policy ): दिल्ली की नई आबकारी नीति में कथित धांधली के आरोप में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद हैं। गत दिवस उन्हें सीबीआई अदालत ने 20 मार्च तक तिहाड़ जेल भेजने का फैसला लिया था। मनीष सिसोदिया पर सीबीआई और ईडी ने आरोप पत्र दाखिल करते हुए बताया था कि उन्होंने कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार के खजाने को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है।
पांच दिन के सीबीआई रिमांड के बाद आज मंगलवार को ईडी ने तिहाड़ जेल में मनीष सिसोदिया से पूछताछ की। दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया का पक्ष लेते हुए कहा कि एक ईमानदार और देश भक्त को बिना मतलब के परेशान किया जा रहा है।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज मैं चिंतित हूं तो देश के लिए, सिसोदिया या सत्येंद्र जैन के लिए नहीं। वे दोनों बहुत बहादुर हैं, देश के लिए जान भी दे सकते हैं। जेल की कोठरी सिसोदिया के हौसले नहीं तोड़ पाएगी। उन्होंने कहा, मैंने तय किया है होली पर पूरा दिन देश के लिए ध्यान करूंगा। अगर आपको लग रहा है कि प्रधानमंत्री जी ठीक नहीं कर रहे हैं तो मेरी आपसे विनती है, होली मनाने के बाद थोड़ी देर के लिए देश के लिए पूजा करना।”
मनीष सिसोदिया पर शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद नई शराब नीति को रद्द कर दिया गया था। अरविंद केजरीवाल सरकार पर नियमों को तोड़ने और शराब की दुकान के लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ प्रदान करने का आरोप लगाया गया है। दिल्ली सरकार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि भाजपा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। केजरीवाल ने कहा है कि रद्द की जा चुकी शराब नीति देश की सबसे पारदर्शी नीति है।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपना विरोध जताया है। इस पत्र में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि जिस तरह से मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई है उससे लगता है कि हम देश में लोकतंत्र का स्वरूप खो रहे हैं।