इंडिया न्यूज, पेरिस (Demonstrations in France) : फ्रांस में लोग एक बार फिर से सड़कों पर उतर आएं हैं। लोगों के आक्रोश का कारण फ्रांस सरकार द्वारा बिना वोटिंग करवाए पेंशन सुधार बिल पास करना है। इस बिल के तहत रिटायरमेंट उम्र बढ़ा दी गई है। फ्रांस की नेशनल असैंबली में प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बॉर्न ने संवैधानिक ताकत का इस्तेमाल करते हुए बिना वोटिंग के ही बिल पास करवा दिया। प्रधानमंत्री का यह फैसला लोगों के गले नहीं उतरा और वे सड़कों पर उतर आए।
फ्रांस सरकार ने पेंशन सुधार बिल पास करते हुए कर्मियों की रिटायरमेंट ऐज 62 से बढ़ाकर 64 साल कर दी है। सरकार के इस फैसले से वहां के हजारों कर्मचारी प्रभावित होंगे। जिससे वे सड़कों पर उतर आए हैं। आपको बता दें कि फ्रांस के पीएम ने इस बिल को पास करने के लिए आर्टिकल 49.3 का इस्तेमाल किया है जिसके तहत बहुमत न होने पर सरकार के पास बिना वोटिंग के बिल पास करने का अधिकार होता है।
सरकार के इस फैसले के बाद हजारों लोग पेरिस की सड़कों पर उतर आए। इस दौरान प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए। पुलिस को उनपर काबू पाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा व पुलिस ने सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया। सरकार के फैसले के विरोध में 23 मार्च को कई फ्रेंच यूनियन ने हड़ताल की घोषणा की है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में फ्रांस में सरकार और लोगों के बीच टकराव बढ़ेगा।