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Difference between flag hoisting on Independence Day and Republic Day जानें ध्वजारोहण और राष्ट्रीय ध्वज फहराने में अंतर

• LAST UPDATED : January 25, 2022

Difference between flag hoisting on Independence Day and Republic Day

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।

Difference between flag hoisting on Independence Day and Republic Day अक्सर सभी जानते हैं कि गणतंत्र दिवस (Republic day) और स्वतंत्रता दिवस (Independence day) के दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।लेकिन हमारे में से अधिकतर को नहीं मालूम होगा कि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, जबकि स्वतंत्रता दिवस (15 August) को ध्वजारोहण (flag hoisting) किया जाता है। इस बारे में जानकारी देते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के अधिवक्ता हेमंत कुमार ने विशेष जानकारी साझा की। अधिवक्ता ने जानकारी देते हुए दोनों में अंतर समझाया और कहा कि 15 अगस्त, 1947 के दिन देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी एवं उसी दिन राजधानी दिल्ली में लाल किले पर ब्रिटिश झंडे को नीचे उतारकर उसकी जगह भारतीय ध्वज यानि तिरंगा लगाकर फहराया गया। झंडे को नीचे से ऊपर ले जाकर फहराने की इस प्रक्रिया को ही ध्वजारोहण कहते हैं, इसलिए हर वर्ष 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया जाता है।

26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था भारत का संविधान

26 जनवरी 1950 को हमारा देश गणतंत्र बना और भारत का संविधान (The constitution of India)लागू हुआ था। इस दिन पहले से ही ऊपर बंधे झंडे को केवल खींचकर फहराया जाता है। यही ध्वजारोहण और राष्ट्रीय ध्वज फहराने में अंतर है। बता दें कि राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम में 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री ( Prime Minister) ध्वजारोहण करते हैं और 26 जनवरी को राष्ट्रपति ( President) ध्वज फहराते हैं। 15 अगस्त को किसी भी अतिथि को नहीं बुलाया जाता जबकि 26 जनवरी (Republic Day) के मौके पर दूसरे देश के राजनायकों को भी आमंत्रित किया जाता है।

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