Categories: देश

Earth Hour 2023 : गेमिफिकेशन के माध्यम से जगाएं अपने अंदर का ‘ग्रीन योद्धा’

इंडिया न्यूज, New Delhi (Earth Hour 2023 ) : 2070 तक नेट-जीरो हासिल करने के लक्ष्य के साथ भारत ‘पर्यावरण-जागृति’ यानी इको-अवेकनिंग के युग में प्रवेश कर रहा है जोकि ग्लोबल वार्मिंग और नैतिक उपभोक्तावाद के खतरे के बारे में भी हमें जागरूक करता है। यह परिवर्तन रातों-रात नहीं हो सकता, इसलिए हमारे आने वाले कल को सुरक्षित और सस्टेनेबल बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर सही दिशा में प्रयास करने होंगे। अर्थ आवर इस बात का एक बड़ा उदाहरण है कि कैसे हमारी एक जुटता हमें एक सकारात्मक जलवायु बनाने में मदद कर सकती है।

भारत के इस मिशन के साथकंधे से कंधा मिलाता हुआ श्नाइडर इलेक्ट्रिक, ऊर्जा प्रबंधन और ऑटोमेशन समाधानों के डिजिटल परिवर्तन के ऊपर काम कर रहा है। साथ ही, इसका मिशन है प्रगति और सस्टेनेबिलिटी के बीच की खाई को पाटना। कई लोगों और कॉर्पोरेट्स को भारत के मिशन के साथ जोड़ रही इस कंपनी ने हाल ही में अपने सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव – ग्रीन योद्धा की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य एक ऐसा इकोसिस्टम बनाना है, जहां के सभी व्यवसाय, कॉर्पोरेट्स , संस्थान और व्यक्ति, पर्यावरण की जरूरतों को मद्देनज़र रखते हुए काम करते हैं।

वर्ष के भीतर ग्रीन योद्धा पहल 10 मिलियन से अधिक व्यक्तियों तक पहुंची

एक वर्ष के भीतर ग्रीन योद्धा पहल 10 मिलियन से अधिक व्यक्तियों और निगमों तक पहुंचने में सफल रही है। 2023 में, श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने क्लाइमेट पाज़िटिव माइंडसेट को बढ़ावा देने के लिए अपने अलग-अलग सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव के माध्यम से 3 गुना अधिक लोगों तक पहुंचने की योजना बनाई है।

अपने इस प्रयास में यह कंपनी की अद्भुत रणनीतियों को अपना रही है और उनके साथ प्रयोग कर रही है ताकि कार्बन एमिशन कम किया जा सके और सस्टेनेबिलिटी बढ़ाई जा सके। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए – गेमिफिकेशन तकनीकों ने भी मार्केटर्स को अपने ग्राहकों को आकर्षित करके और संदेश पहुंचाने का एक शानदार अवसर प्रदान किया है।

ग्रीन योद्धा जोन सस्टेनेबिलिटी के बारे में जागरूकता पैदा करेगा

श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने भी इन तकनीकों के साथ जुड़ते हुए ‘ग्रीन योद्धा जोन’ स्थापित किया, जिसका उद्देश्य सस्टेनेबिलिटी के बारे में जागरुकता पैदा करना था। यह एक बिल्कुल नया कॉन्सेप्ट है, जिसमें हर 30 सेकंड में 2.5J स्वच्छ ऊर्जा पैदा करने के लिए एक व्यक्ति टाइल पर कूदता है। एलेक्रामा में इसके पायलट रन के दौरान ‘ग्रीन योद्धा’ जोन को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली जिसमें 3000 लोग ग्रीन योद्धा एंबेसडर बने। भविष्य में श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने अधिक भीड़ वाले स्थानों पर इस तरह के और ग्रीन योद्धा जोन बनाने की योजना बनाई है ताकि उन कार्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके, जिन्हें सस्टेनेबिलिटी की आवश्यकता है।

जीवन के हर पहलू पर सस्टेनेबिलिटी को एकीकृत करने के श्नाइडर इलेक्ट्रिक के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए रजत अब्बी वाइस प्रेसिडेंट, ग्लोबल मार्केटिंग इंडिया & चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, ग्रेटर इंडिया ज़ोन ने कहा कि श्नाइडर इलेक्ट्रिक में हमारा हर मार्केटिंग एफर्ट सस्टेनेबिलिटी और कार्बन न्यूट्रलिटी की दिशा में निर्देशित है। गेमिफिकेशन तकनीकों ने मार्केटर्स को दिलचस्प तरीके से संदेश देने, ग्राहकों को आकर्षित करने और जोड़ने का एक शानदार अवसर प्रदान किया है। हमें मिली इन सभी अच्छी प्रतिक्रियाओं से हम खुद को और रोमांचित महसूस कर रहे हैं।“

धरती को स्वच्छ, हरित और सस्टेनेबल प्लानेट बनाना ही समय की मांग

आज, धरती को स्वच्छ, हरित और सस्टेनेबल प्लानेट बनाना समय की मांग है और इसके लिए हम सभी को एक जुट होकर कार्य करने की जरूरत है। आज, मार्केटिंग में सही संदेश के साथ एक व्यापक समूह को लक्षित करने और उन तक पहुंचने की क्षमता है और अपने आने वाले कल को पहले से ज्यादा सुरक्षित और सस्टेनेबल बनाने के लिए हमें इसका लाभ उठाना चाहिए। मार्केटिंग की दुनिया में सस्टेनेबल कल की यह पहल 2007 में ही आर्थ आवर के साथ शुरू हो गई थी। यह पर्यावरण के मुद्दों को संबोधित करने और वैश्विक समुदाय को शामिल करने के लिए वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा एक जन आंदोलन है। हर साल, इस पहल के तहत देश – विदेश के नागरिकों से आग्रह किया जाता है कि वे ऊर्जा की बचत करने के लिए हर मार्च के तीसरे शनिवार को एक घंटे के लिए बिजली की खपत बंद कर दें।

सस्टेनेबिलिटी अब विकल्प नहीं, एक जरूरत

हमें यह समझना होगा कि सस्टेनेबिलिटी अब विकल्प नहीं है बल्कि बदलते हुए समय की ज़रुरत हैं, इसलिए हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना होगा और व्यवहारिक बदलाव की शुरुआत करने के लिए मार्केटिंग से बेहतर और कोई तरीका नहीं है। सस्टेनेबल कल के निर्माण के लिए मार्केटिंग की क्षमता का लाभ उठाना महत्वपूर्ण है। ‘इको – अवेकनिंग’ के युग ने हर ब्रांड को अब एक नए तरीके से सोचने पर मजबूर कर दिया है। मगर यही सही तरीका है एक सस्टेनेबल कल की ओर कदम बढ़ाने का।

यह भी पढ़ें : All India Council : ऑल इंडिया कौंसिल ने 2023-24 से नए कॉलेज शुरू करने के लिए मोराटोरियम हटाया

Amit Sood

Share
Published by
Amit Sood

Recent Posts

Cleanliness Drive in Kurukshetra: कुरुक्षेत्र ने स्वच्छता को लेकर उठाया बड़ा कदम, CM सैनी ने भी दिया साथ

देशभर में स्वच्छता को लेकर कई बड़े कदम उठाए जाते हैं। जबसे देश में स्वच्छता…

29 mins ago

Haryana Weather Update: हरियाणा में दिखा कोहरे का कहर, प्रदूषण से मिली राहत, जानिए आज का अपडेट

हरियाणा में लगातार मौसम करवट बदल रहा है। वहीं मौसम विभाग ने भी हरियाणा के…

49 mins ago

Bajrang Punia: पहलवान बजरंग पुनिया पर बड़ा एक्शन, NADA द्वारा किए गए सस्पेंड, जानिए पूरा मामला

बजरंग पुनिया तब से चर्चाओं में हैं जबसे उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। अब…

1 hour ago

Pakistan Violence: इस्लामाबाद बना कब्रिस्तान! इमरान समर्थकों पर चलीं धाएं-धाएं गोलियां, जानिए अब तक कितनों की मौत

पाकिस्तान में आतंकी हमलों से लेकर वहां के सुरक्षाबलों तक ने आतंक मचा रखा है।…

2 hours ago

Akhil Akkineni Engagement: इस South Superstar के घर आई खुशियों की लहर, बड़े बेटे की शादी से पहले छोटे बेटे ने की सगाई

शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में फिल्म इंडस्ट्री में भी कई अभिनेताओं ने…

3 hours ago