India News (इंडिया न्यूज़), Afghanistan Earthquake, काबुल: अफगानिस्तान में एक बार फिर तेज भूकंप आया है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया कि आज सुबह 7 बजकर 35 मिनट आए भूकंप की तीव्रता 5.2 मापी गई है। फिलहाल भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। एक दिन पहले भी अफगानिस्तान के फैजाबाद में लगभग 180 किमी दक्षिण पूर्व की गहराई पर 4.4 की तीव्रता का भूकंप आया था।
अक्टूबर में अफगानिस्तान में आए सिलसिलेवार भूकंपों में 4,000 से अधिक लोग मारे गए। 2 हजार से ज्यादा घर नष्ट हो गए. अफगानिस्तान के लोग एक के बाद एक भूकंप के तेज झटके महसूस कर रहे हैं।
बता दें कि धरती की मोटी परत, जिसे टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है। ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। इस दौरान कभी कोई प्लेट दूसरे प्लेट के करीब आती है तो कोई दूर हो जाती है। इस क्रम में कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती है। ऐसे में ही भूंकप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30 से 50 किलोमीटर तक नीचे हैं।
आज आपको बताते हैं कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाला भूकंप माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। इसमें नाममात्र की ही कंपन होती है। जानने योग्य है कि रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप विश्वभर में प्रतिनिद आते जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है।
ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं। सामान्य तौर पर हम इसे भी महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी में 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। वहीं अगर इससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप में काफी जान-माल के नुकसान का भय रहता है। ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में अफगानिस्तान में 7.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिस कारण सैकड़ों जिंदगिया खत्म हो गई थी।
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