इंडिया न्यूज, इस्लामाबाद (Economic Crisis in Pakistan) : पड़ौसी देश पाकिस्तान आर्थिक संकट से उभर नहीं पा रहा है। यहां पर महंगाई अपने चरम पर है। सरकार मूकदर्शक बनकर सबकुछ देख रही है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के पास महज 41 हजार करोड़ बचा है। जो केवल तीन सप्ताह के लिए पर्याप्त मुद्रा है। इसके साथ ही पाकिस्तान की सरकार ने अब चीन और साउदी अरब से मदद की गुहार लगाने की तैयारी कर रही है।
आर्थिक संकट से घिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने गत दिनों दुनिया के संपन्न देशों से उन्हें मदद की गुहार लगाई थी। इसके साथ ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सऊदी अरब से कुछ दिनों में पैसे मिलेंगे। इसके ठीक बाद मंगलवार को सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पाकिस्तान में 10 अरब डॉलर के निवेश पर विचार करने के लिए कहा है।
पाकिस्तान की सरकार ने सब्सिडी के दुरुपयोग को कम करने के लिए तत्काल प्रभाव से यूटिलिटी स्टोर्स कारपोरेशन (यूएससी) के माध्यम से बिक्री किए जाने वाले आटे, चीनी और घी की कीमतों में 25 से 62 प्रतिशत की वृद्धि की है। रिपोर्ट के अनुसार, बेनजीर आय समर्थन कार्यक्रम (बीआईएसपी) के लाभार्थियों को मूल्य वृद्धि से छूट दी जाएगी, लेकिन यूएससी से सब्सिडी वाली खरीद की सीमा कम कर दी गई है।
नई दरों के तहत पाकिस्तान में चीनी की कीमत 70 रुपए से बढ़कर 89 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है, जो 27 प्रतिशत की वृद्धि है। घी की कीमत 75 रुपए से बढ़कर 375 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। गेहूं के आटे की कीमत 62 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 40 रुपए से बढ़कर 64.8 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है।
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