इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
एक तरफ जहां गर्मी बढ़ती जा रही है, वहीं बिजली की खपत भी काफी बढ़ गई है। ऐसे में देश के एक चौथाई पावर प्लांट बंद हैं। अब हालात ऐसे हैं कि 16 राज्यों में 10 घंटे तक के बिजली के कट लगने शुरू हो चुके हैं। देशभर में 15 करोड़ यूनिट की कटौती हो रही है, लेकिन बिजली की कमी भी अभी कहीं ज्यादा है। वहीं अगर हम दिल्ली की बात करें तो बिजली कटौती का असर अब दिल्ली में भी साफ नजर आने लगा है। दिल्ली ने भी कोयले की कमी को देखते हुए मेट्रो और अस्पतालों सहित कई कई जगहर को 24 घंटों आपूर्ति देने में असमर्थता जता दी है।
बिजली की बढ़ती कमी को देखते हुए दिल्ली बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र को पत्र लिखा और अनुरोध किया कि वह दिल्ली को पर्याप्त कोयला उपलब्धता करा दे ताकि यहां बिजली की सुचारू आपूर्तित होती रहे। उन्होंने यह भी बताया कि दादरी-2 और ऊंचाहार बिजली स्टेशनों से फिलहाल दिल्ली में 25-30% मांग इन बिजली स्टेशनों से ही पूरी की जा रही है।
वहीं इधर यूपी पर नजर डाली जाए तो यहां अकेले यूपी में ही 3 हजार मेगावॉट से ज्यादा की कमी है। वहां 23 हजार मेगावॉट बिजली की डिमांड है, जबकि सप्लाई 20 हजार मेगावॉट है। यहां 50% बिजली प्लांट कोयले की कमी के कारण बंद चल रहे हैं।
जानकारी देते हुए पावर सेक्टर के विशेषज्ञ शैलेंद्र दुबे ने बताया कि इस समय भारत में बिजली उत्पादन की मौजूदा क्षमता 3.99 लाख मेगावाट है। इसमें 1.10 लाख मेगावाट रिन्युएबल एनर्जी (सोलर-विंड) की हिस्सेदारी है। बाकी 2.89 लाख मेगावाट में से 72,074 मेगावॉट क्षमता के प्लांट बंद हैं। इनमें से 38,826 मेगावॉट प्लांट्स में उत्पादन हो सकता है, लेकिन इंधन ही नहीं है। 9,745 मेगावाट क्षमता के प्लांट्स में शेड्यूल्ड शटडाउन है। 23,503 मेगावाट क्षमता के प्लांट अन्य कारणों से बंद पड़े हैं।
केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि देशभर के थर्मल प्लांट्स के पास 2.20 करोड़ टन कोयला है, जोकि 10 दिनों के लिए बहुत है। इसलिए उन्हें पूरी क्षमता के साथ उत्पादन करना चाहिए। वहीं सीसीएल के प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद ने कहा कि प्लांट्स को प्रतिदिन 2.2 लाख टन कोयला दिया जाएगा।
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