India News (इंडिया न्यूज़), Farmers Protest, चंडीगढ़ : किसानों के आंदोलन का कल रविवार को छठा दिन था और इस दौरान पूरे देश की नजरें किसानों और केंद्र की बैठक को टिकी रहीं। बता दें कि कल रात केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान नेताओं की लगभग 5 घंटे बैठक रही। केंद्र की ओर से कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद व किसानों की ओर से सरवन सिंह पंडेर, डडेवाल सहित 14 किसान नेता मौजूद रहे।
बैठक उपरांत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पत्रकारों से रू-ब-रू हुए और बताया कि चौथे दौर की बातचीत बेहद सकारात्मक रही। अब गेंद किसानों के पाले में है। सरकार चार और फसलों पर एमएसपी देने को तैयार हो गई है। केंद्र के इस प्रस्ताव पर बैठक में मौजूद किसान नेताओं ने कहा कि वह सभी संगठनों से बात करके ही अंतिम फैसला बताएंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि फसलों का विविधीकरण बेहद जरूरी है, बशर्ते सरकार वैकल्पिक फसलों पर एमएसपी की गारंटी दे। हम केंद्र के प्रस्ताव पर किसान संगठनों के जवाब का इंतजार करेंगे। केंद्र सरकार ने किसानों के सामने धान और गेहूं के अलावा मसूर, उड़द, मक्की और कपास की फसल पर भी एमएसपी देने का प्रस्ताव पेश किया। इसके लिए किसानों को भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नैफेड) और भारतीय कपास निगम (सीसीआई) से 5 साल का करार करना होगा।
आपको यह भी जानकारी दे दें कि कुछ दिन पहले जहां अंबाला के शंभू बॉर्डर पर एक पंजाब गुरदासपुर के किसान (63) का निधन हो गया था, वहीं कल यानि रविवार को एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। संगरूर के खनौरी बॉर्डर पर बैठे कांगथला (पटियाला) के किसान मंजीत सिंह को सिविल अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
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