इंडिया न्यूज, बटाला (Farmers stopped the trains in Punjab) : पंजाब में एक बार फिर से किसान आंदोलन की राह पर चलने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इस बार मामला भारत माला भारत माला प्रोजेक्ट के तहत निकलने वाले हाईवे के लिए अधिग्रहण की जमीनों के मुआवजे को लेकर है। किसानों का कहना है कि उनकी अधिग्रहत जमीनों का उन्हें पूरा रेट नहीं मिल पाया है।
जिसके चलते वे आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। इसी के चलते किसान बीते कल यानि रविवार से रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं। रविवार को शुरू हुआ किसानों का आंदोलन सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। बटाला रेलवे स्टेशन पर किसानों की तरफ से पक्का मोर्चा लगा लिया गया है। इसके चलते रेल यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि रेलवे को वित्तीय नुकसान का।
किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने 3 महीने पहले सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पर बटाला और गुरदासपुर में किए रेल रोको आंदोलन को खत्म किया था, लेकिन मांगे न माने जाने के बाद अमृतसर-पठानकोट रेल मार्ग पर गुरदासपुर के बटाला में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन शुरू किया है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि आज किसान डीसी गुरदासपुर से मुलाकात करने जा रहे हैं। तीन महीने पहले किसान आश्वासन पर उठ गए थे। लेकिन स्थिति आज भी वैसी की वैसी है। अब किसान उनकी मांगें ना माने जाने तक बैठे रहेंगे।
किसानों के ट्रैक पर बैठ जाने के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी बात करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन बैठक बेनतीजा निकली। रूट बंद हो जाने के कारण सोमवार 6 ट्रेनें रद कर दी गर्इं।
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