India News (इंडिया न्यूज़), Farmers Support to wrestlers Protest, नई दिल्ली : दिल्ली व हरियाणा और दिल्ली से लगे अन्य राज्यों की पुलिस ने पहलवानों के आह्वान पर नए संसद भवन के सामने आज बुलाई गई महिला महापंचायत के प्लान को विफल कर दिया। हरियाणा पुलिस ने सुबह से ही किसानों व महिलाओं की घेराबंदी शुरू कर दी थी। रोहतक, जींद, अंबाला, हिसार, सोनीपत व पानीपत में कई खाप प्रतिनिधियों और किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया। अंबाला में किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। रोहतक के सांपला में पुलिस ने महिलाओं को जबरन उठाकर हिरासत में लिया। कई नेता घरों में नजरबंद किए गए हैं। हरियाणा में सभी टोल प्लाजा पर पुलिस तैनात कर दी गई है। महापंचायत की ओर जाने वालों को हिरासत में लिया जा रहा है।
भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों ने महिला महापंचायत का ऐलान किया है। इसके लिए पंजाब, हरियाणा व यूपी की महिला किसान व खाप प्रतिनिधियों ने दिल्ली कूच किया, लेकिन उन्हें दिल्ली बॉर्डर व अन्य जगहों पर बैरिकेड्स आदि लगाकर रोक दिया गया। पुलिस के अवरोधकों को हटाने या उन्हें जबरन लांघने की कोशिश करने पर कई को हिरासत में ले लिया गया गया। यूपी गेट पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को दिल्ली की सीमा में घुसने के दौरान रोका गया है।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने महापंचायत की अनुमति न होने के चलते सिंघु व टिकरी बॉर्डर पर अवरोधक खड़े कर दिए थे। दिल्ली में 2 मेट्रो स्टेशनों के सभी एंट्री व एग्जिट गेट भी बंद कर दिए हैं। इसी के साथ सिंघु बॉर्डर पर एक स्कूल में अस्थाई जेल बनाई है।
दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी, इसके बावजूद हजारों की संख्या में लोग नए संसद भवन का कूच कर रहे थे। दोपहर में महापंचयात बुलाई गई थी। पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, आज महापंचायत जरूर होगी। हम अपने स्वाभिमान के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक हरियाणा में सभी टोल को फ्री कर दिया गया है।
यूपी के रामपुर से दिल्ली जा रहे भाकियू कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जब रोका तो वे वहीं पर धरने पर बैठ गए। पुलिस सभी को हिरासत में लेकर बस से पुलिस लाइन ले गई है। किसान वहां भी नारेबाजी कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के गाजियाबाद जिला अध्यक्ष चौधरी बिजेंद्र सिंह ने पुलिस प्रशासन पर रात से ही नजर बंद करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि डीसीपी व अन्य अधिकारियों से फोन पर बात करने के बावजूद उन्हें नहीं छोड़ा जा रहा है।
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