इंडिया न्यूज, चंडीगढ़।
Fog Effects on Railway एक तरफ सर्दी की रफ्तार तेज हो रही है तो वहीं इसके कारण ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक लग रहे है। जी हां, दिसंबर के 20 दिन गुजरने के बाद ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर भारत के कई इलाकों में कोहरे का असर साफ देखा जा सकता है। इसका सबसे अधिक असर ट्रेनों पर हो रहा है। यदि बात करें अंबाला मंडल और अन्य मंडलों की तो मुरादाबाद, दिल्ली-फिरोजपुर और अंबाला डिविजन के करीब 100 स्टेशनों पर कोहरा सितम ढहा रहा है। इससे ट्रेनों की गति कम हुई है। वहीं लखनऊ डिविजन पर भी कोहरे का थ्असर नजर आने लगा है। इन इलाकों में सुबह विजिब्लिटी 30 मीटर से कम रह गई है, जो ट्रेन चलाने के लिए पर्याप्त नहीं है। कोहरे की आशंका को देखते हुए रेलवे ने करीब 60 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं
आशंका जताई जा रही है कि अगले एक-दो हफ़्ते में कोहरे का कोहराम और बढ़ सकता है। इससे सबसे पहले ट्रेनों की रफ्तार और निरंतरता पर असर पड़ेगा। फिलहाल यह पंक्चुअलिटी 92% है। यानी 92 फीसदी ट्रेनें समय पर चल रही हैं। हालांकि कुछ दिन पहले तक यह आंकड़ा 95 के पार था। यानी कोहरा बढ़ने से साथ ही ट्रेनों की रफ़्तार कम होगी और देरी से चलेंगी।
दअसल कोहरे में ट्रेन को मिल रहे सिग्लन को दूर से देख पाना संभव नहीं होता, इसलिए ट्रेनों को धीमी रफ़्तार से चलाना होता है। इसका मकसद किसी भी तरह के हादसे को टालना होता है। इसके अलावा रेलवे ने ट्रेनों में फॉग सैफ्टी डिवाइस, डेटोनेटर और रेल कर्मियों की ट्रेनिंग के सहारे कोहरे के मौसम में सुरक्षा के लिहाज से तैयारी की है। साथ ही ज्यादा ठंढ वाले इलाके में रेलवे लाइन पर ट्रैक मैन की पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी है।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में शीतलहर का कहर जारी है। बफीर्ली हवाओं के चलने के बाद मौसम विभाग ने आने वाले 3 दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है, क्योंकि धीरे धीरे ठंड बढ़ने वाली है। लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अवध और बुंदेलखंड क्षेत्र के कुछ जिले मेरठ, सहारनपुर, शामली, बागपत, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, हमीरपुर, महोबा, झांसी और आसपास के इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
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