इंडिया न्यूज, Bahadurgarh: केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा से गुजर रहा कुंडली-मानेसर-पलवर एक्सप्रेस-वे जहां अपनी आधुनिकता समाए हुआ है वहीं यह एक्सप्रेस-वे जब से बना है इस हाईवे पर कई हादसे भी हो चुके हैं। आज की बात करें तो हरियाणा के बहादुरगढ़ शहर में कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार सुबह एक ट्रक ने 18 मजदूरों को कुचल दिया। जिसमें 3 मजदूरों को जान गवानी पड़ गई, वहीं कुछ जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। मालूम हो कि यह एक्सप्रेसवे लगभग 135 किलोमीटर लंबा और सिक्स लेन है, जिस पर दिन-रात स्पीड से वाहन दौड़ रहे हैं। इसे वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के रूप में भी जाना जाता है। अगर बात करें कुंडली-मानेसर-पलवर एक्सप्रेस-वे बनने की तो यह 2006 से शुरू होकर 2018 में पूर्ण हुआ । इस एक्सप्रेस-वे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि कई किलोमीटिर की दूरी चंदी किलोमीटर में ही सिमट जाती है।
कुंडली-मानेसर-पलवर एक्सप्रेस-वे जिसे बनने में लगभग 12 वर्ष लगे। इसकी कुल अनुमानित लागत 9,000 करोड़ रुपए है जिसमें से 2,988 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण पर और 6,400 करोड़ रुपए केएमपी एक्सप्रेसवे के निर्माण पर खर्च किए गए।
मालूम रहे कि केंद्र में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अप्रैल-2016 में मानेसर और पलवल के बीच 53 किलोमीटर किया और कुंडली और मानेसर के बीच केएमपी एक्सप्रेसवे के शेष 83 किलोमीटर का उद्घाटन 19 नवंबर, 2018 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।
केंद्र ने एलएमवी और एचएमवी के लिए क्रमश: 120 किलोमीटर प्रति घंटा और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा तय की थी लेकिन इस पर हरियाणा की सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। केएमपी एक्सप्रेसवे के 83 किलोमीटर पर मानेसर और कुंडली के बीच एलएमवी के लिए 80 किमी प्रति घंटे और एचएमवी के लिए 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तय हुई।
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