इशिका ठाकुर, Haryana News (Grain Market Agents Protest): प्रदेशभर के आढ़ती आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए करनाल पहुंचे। बता दें कि आढ़ती 2 दिन से हड़ताल पर हैं। सरकार द्वारा मांगें न माने जाने के चलते आढ़ती आज पहले नई अनाज मंडी में एकत्रित हुए। फिर दोपहर बाद प्रेम नगर स्थित मुख्यमंत्री आवास (CM House) पहुंचे और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का प्रयास किया।
इस दौरान आढ़तियों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस द्वारा बड़ी तादाद में घेराबंदी की गई थी। मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे मंडी आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया। वहीं आढ़तियों व सरकार के इस टकराव के बीच किसान पिस रहा है।
मुख्यमंत्री के विधानसभा प्रतिनिधि संजय बठला (Chief Minister’s Assembly Representative Sanjay Bathla) प्रदेशभर से आए मंडी आढ़तियों का ज्ञापन लेने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और मंडी आढ़तियों का ज्ञापन लिया।
वहीं इस दौरान करनाल नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा कि सरकार उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही, जिसके चलते अनाज मंडी आढ़तियों को हर छठे महीने अपनी मांगें सरकार के सामने रखनी पड़ती हैं, लेकिन सरकार आंख-कान मूंदकर मंडी आढ़तियों की मांगों की अनदेखी कर रही है।
उन्होंने कहा कि अब अनाज मंडी आढ़ती तंग आ चुके हैं, जिसके चलते प्रदेशभर के मंडी आढ़ती अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, उन्होंने कहा कि 23 सितंबर को सुबह 11 बजे से पांच बजे तक मंडी आढ़ती आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे और जब तक उनकी मांगें सरकार नहीं मान लेती, तब तक वह अनशन पर बैठे रहेंगे।
मुख्यमंत्री विधानसभा प्रतिनिधि संजय बठला ने कहा कि आज मंडी आढ़तियों ने उन्हें अपना ज्ञापन दिया है जिसे वह मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम करेंगे। संजय बठला ने कहा कि उनके सामने पूरा मामला आज ही स्पष्ट हुआ है जिसे वे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम करेंगे और इसके उपरांत मुख्यमंत्री जो भी फैसला करेंगे वह मुख्यमंत्री पर निर्भर करता है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता के साथ जिला करनाल अध्यक्ष रजनीश चौधरी, राज्य कोषाध्यक्ष स्वर्णजीत सिंह कालड़ा, जिला यमुनानगर प्रधान शिव कुमार संधला, जींद जिला अध्यक्ष राजपाल लाठर, सिरसा मंडी के उप प्रधान बजाज, गोहाना मंडी के प्रधान विनोद सहरावत व मतलोडा मंडी प्रधान विजय छाबड़ा तथा भारी संख्या में प्रदेशभर के अनाज मंडी आढ़ती मौजूद रहे।
1- सभी फसलें टरढ पर आढ़तियों के माध्यम से ही खरीदी जाए।
2- आढ़तियों को पूरी 2.5 प्रतिशत आढ़त मिले।
3- सभी फसलों का भुगतान किसान की इच्छानुसार आढ़ती या स्वयं उसके खाते में किया जाना चाहिए।
4- ई-ट्रेडिंग सिर्फ उत्पाद की ही होनी चाहिए, फसलें कच्चा माल हैं, इसलिए यह प्रक्रिया मंडियों में लागू न की जाए।
5- HRDF फीस 4 प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत की जाए।
6- सभी सीमांत किसानों की फसलों की खरीदी जाए।
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