इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Group Captain Varun Singh Death सीडीएस जनरल रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 8 दिसंबर से जिंदगी और मौत की जंग लड़ते हुए हार गए। उनका बुधवार को निधन हो गया। ज्ञात रहे कि हादसे में घायल होने के बाद पहले उन्हें वेलिंगटन के आर्मी अस्पताल में दाखिल कराया गया था लेकिन तबीयत में कोई सुधार न होने पर उन्हें बेंगलुरु शिफ्ट किया गया था। वे पिछले 7 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे। इससे पहले हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस विपिन रावत, पत्नी मधुलिका सहित 13 लोगों की मौत हो चुकी थी।
उत्तर प्रदेश के देवरिया निवासी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंवरुण सिंह का परिवार तीनों सेनाओं से जुड़ा है- जल, थल और नभ। आपको जानकारी दे दें कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इंडियन एयरफोर्स (कअऋ) से हैं। उनके पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह आर्मी एयर डिफेंस (अअऊ) रेजिमेंट में थे। कर्नल केपी सिंह के दूसरे बेटे और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कमांडर तनुज सिंह इंडियन नेवी में हैं।
वरुण का परिवार इन दिनों भोपाल में रहता है। वरुण सिंह को इसी साल स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। उन्हें यह अवॉर्ड फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से तेजस विमान की सफल लैंडिंग कराने पर दिया था। वरुण ने आपदा के समय धैर्य नहीं खोया और आबादी से दूर ले जाकर विमान की सफल लैंडिंग कराई थी।
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