India News Haryana (इंडिया न्यूज), Hajj Yatra 2024 Deaths : इन दिनोंं देश में ही नहीं, विदेशों में भी कई इलाकों में गर्मी का आलम लगातार बना हुआ है। सऊदी अरब के मक्का में इसी गर्मी के कारण हज के लिए पहुंचे 550 यात्रियों की सप्ताहभर में अकाल मौत हुई है। सऊदी अरब में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हो रहे हैं।
जी हां, जो लोग गर्मी के कारण मरे हैं उनमें 323 नागरिक मिस्र के और 60 जॉर्डन के हैं। इसके अलावा ईरान, इंडोनेशिया और सेनेगल के तीर्थयात्रियों की भी गर्मी के कारण मौत हुई है। इनमें कोई भारतीय है या नहीं। यह साफ नहीं हो पाया। सऊदी के 2 डिप्लोमैट्स ने AFP को बताया कि ज्यादातर मौतें गर्मी की वजह से बीमार पड़ने के चलते हुई हैं।17 जून को मक्का की ग्रैंड मस्जिद के तापमान तापमान की बात करें तो 51.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। सऊदी अरब के अधिकारियों की मानें तो मक्का में जलवायु परिवर्तन का इसका गहरा असर पड़ रहा है। यहां हर 10 वर्षों में तापमान काफी बढ़ा है।
अगर पिछले वर्ष के मौत के आंकड़े की बात करें तो पिछले वर्ष हज पर गए 240 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी। इनमें से ज्यादातर इंडोनेशिया के थे। इसीलिए सऊदी ने सभी यात्रियों को छाते का प्रयोग करने की लगातार सलाह दी हुई है।
आपको हज के बारे में जानकारी दे दें कि इस्लाम धर्म में 5 फर्ज है जिनमें से एक फर्ज हज है। मान्यताओं के अनुसार, हर मुस्लिम व्यक्ति को जीवन में कम से कम एक बार हज की यात्रा को करना होता है। बताया गया है कि वर्ष 628 में पैगंबर मोहम्मद ने अपने 1400 शिष्यों के साथ हज की यात्रा शुरू की थी। ये इस्लाम की पहली तीर्थयात्रा बनी और इसी यात्रा में पैगंबर इब्राहिम की धार्मिक परंपरा को फिर से स्थापित किया गया। इसी को हज कहा जाता है।
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