इंडिया न्यूज, शिमला।
Himachal shaktipeeths हिमाचल प्रदेश के सभी शक्तिपीठों में अब क्यूआर कोड सिस्टम शुरू कर दिया गया है, जिससे श्रद्धालु अब दान कर सकेंगे। इसके अलावा शक्तिपीठों में अब श्रद्धालु प्रसाद के रूप में पौधे भी चढ़ा सकेंगे, जिन्हें मंदिर प्रशासन जगह-जगह रोपित करेगा। इससे पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। इस योजना की शुरुआत नयना देवी शक्तिपीठ से वृक्षम प्रसादम योजना शुरू की गई है। वहीं क्यूआर कोड सिस्टम से दान देने की व्यवस्था चामुंडा मंदिर में नवरात्र के दौरान शुरू हुई थी, जो अब अन्य शक्तिपीठों में भी शुरू हो गई है।
जिला कांगड़ा की प्रमुख शक्तिपीठों चामुंडा, ज्वालाजी, बज्रेश्वरी धाम मंदिर को श्रद्धालुओं की बेहतर सुविधा, सुरक्षा तथा पारदर्शिता के लिए हाईटेक कर दिया गया है। अब इन शक्तिपीठों में श्रद्धालु क्यूआर कोड से दान कर सकेंगे। मंदिरों में चल रही गतिविधियों की पल-पल की निगरानी के लिए सीसीटीवी फीड को लाइव करने के साथ जिला स्तर पर कमांड सेंटर भी स्थापित किया गया है। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला स्तरीय कमांड सेंटर से मंदिरों में चल रहे सभी कार्यों की मॉनिटरिंग होगी, ताकि मंदिरों का बेहतर संचालन हो और हर काम में पारदर्शिता आए। उन्होंने कहा कि श्रावण नवरात्र में चामुंडा मंदिर में दान के लिए क्यूआर कोड आधारित प्रणाली का इस्तेमाल किया गया, जो सफल रहा है।