नारकंडा, कुफरी, मनाली और जलोड़ी जोत समेत ऊंचे स्थानों पर हलकी बर्फबारी
इंडिया न्यूज, शिमला।
Himachal Snowfall Today हिमाचल प्रदेश में नववर्ष के पहले ही सप्ताह में इंद्रदेव मेहरबान हुए हैं। राज्यभर में जहां मैदानी और कम ऊंचाई वाले इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है, वहीं, मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने लगी है। प्रदेश के कई ऊंचे इलाकों पर चांदी सी सफेद बर्फ की चादर बिछ गई है और बर्फबारी का क्रम जारी है। इससे राज्य में शीतलहर का प्रकोप और तेज हो गया है। उधर, बारिश और बर्फबारी से किसानों व बागवानों ने राहत पाई है और पर्यटन कारोबारियों की बांछें खिल उठी हैं। इस बीच मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य में व्यापक वर्षा व बर्फबारी की संभावना जताई है और छह जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते सुबह से ही ऊंचाई वाले स्थानों पर रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। प्रदेश के शिमला, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा और मंडी जिलों के ऊंची चोटियों पर हिमपात हो रहा है। राजधानी शिमला में पहले बारिश होने लगी और फिर हल्की बर्फबारी शुरू हो गई। वहीं, शिमला के साथ लगते कुफरी, फागू के अलावा पर्यटक स्थल नारकंडा, खड़ापत्थर और चौपाल के प्रवेश द्वार खिड़की और चांशल समेत अन्य ऊंची चोटियों पर हिमपात हो रहा है। बर्फबारी के बीच चल रहे वाहन फिर फिसल रहे हैं और ऐसे कुछ वाहन फिसलकर पहाड़ी से टकराएं हैं और कुछ नालियों में जा गिरे हैं।
वहीं, कुल्लू जिले में जलोड़ी जोत पर भारी बर्फबारी हो रही है और इस कारण इस मार्ग पर यातायात ठप हो गया है। वहीं, बर्फबारी के कारण अटल टनल रोहतांग के लिए भी यातायात बंद है। प्रशासन ने सैलानियों को वहां जाने पर भी रोक लगा दी है। इन दिनों मनाली में विंटर कार्निवाल हो रहा है और इस कारण सैलानी भी भारी संख्या में मनाली पहुंचे हैं। मनाली में भी मंगलवार को हिमपात हुआ और इससे वहां पहुंचे सैलानियों की बर्फ देखने की चाह भी पूरी हुई है। उधर, मनाली की सभी चोटियों पर हिमपात होने से घाटी में ठंड भी कड़ाके की पड़ रही है। कुल्लू जिले के अन्य ऊंचे इलाकों पर भी हिमपात हो रहा है और इस कारण समूची कुल्लू घाटी शीतलहर की चपेट में है। उधर, प्रदेश के मैदानी और कम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश हो रही है। इससे इन इलाकों में भी ठंड का प्रकोप और बढ़ गया है।
बारिश और बर्फबारी होने से किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली है। किसान-बागवान लंबे समय से बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे और अब उनका इंतजार समाप्त हुआ है। यह बारिश जहां सब्जियों के लिए लाभकारी है, वहीं, बर्फबारी सेब की फसल के लिए एक टॉनिक है। बर्फबारी के बाद बागीचों में सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर भी पूरे होंगे और इससे सेब की फसल भी अच्छी रहती है। इस बीच, बर्फबारी होने से पर्यटन कारोबारी भी खुश हुए हैं। कोरोना के कारण मंदी के दौर से गुजर रहे इस व्यवसाय को हिमपात से लाभ हुआ है। बर्फ देखने की चाह में सैलानी पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं और उनकी बर्फ देखने की चाह भी पूरी हो गई है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक हंसा में 8 सेंमी. बर्फबारी हुई है। वहीं, गोंदला में 6 सेंमी., केलांग में 5 और कोठी में 2 सेंमी. बर्फबारी दर्ज की गई है। वहीं, बारिश की बात करें तो धर्मशाला व डलहौजी में छह-छह मिमी., चम्बा में पांच, पालमपुर व मनाली में दो-दो मिमी. बारिश रिकार्ड हुई है। बारिश व बर्फबारी की वजह से तापमान में भारी गिरावट आई है। इस कारण समूचा प्रदेश कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहा है। मौसम विभाग शिमला के केंद्र निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश व बर्फबारी को लेकर बुधवार को येलो अलर्ट है। यह अलर्ट शिमला, मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पीति, किन्नौर और चंबा जिला के लिए जारी किया गया है।
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि समूचे किन्नौर जिले में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में भी जिले में बर्फबारी की संभावना है। उन्होंने जिलावासियों और पर्यटकों से आग्रह किया कि बर्फबारी के दौरान वाहन संभलकर चलाएं, ताकि अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने निवेदन किया कि यात्रा तभी करें, यदि अति आवश्यक हो तथा ऊंचाई वाले स्थानों व कंडों पर जाने से बचें।
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