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Historic Temple In Dhaka एक ऐसा मंदिर जहां 50 वर्षों बाद बजी घंटियां

• LAST UPDATED : December 18, 2021

इंडिया न्यूज, ढाका।
Historic Temple In Dhaka राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ढाका में एक ऐसे ऐतिहासिक मंदिर का उद्घाटन किया जहां 50 साल बाद मंदिर की घंटियां बजीं। जी हां, मंदिर का नाम श्री रमना काली मंदिर है। जिसे 50 साल पहले 1971 की जंग में पाकिस्तान की सेना ने इस मंदिर को नष्ट कर दिया था। इस मंदिर दोबारा से बनाया गया है।

उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रपति और पत्नी सविता भी मौजूद रहीं (Historic Temple In Dhaka)

राष्ट्रपति ने इस मंदिर को भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक बताया। बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने पर राष्ट्रपति कोविंद बांग्लादेशी राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद के निमंत्रण पर बांग्लादेश आए। मंदिर उद्घाटन के दौरान राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद भी मौजूद रहीं।

1971 में पाकिस्तान ने मंदिर में लगा दी थी आग (Historic Temple In Dhaka)

ज्ञात रहे कि 1971 में पाकिस्तानी सेना ने बांग्ला स्वतंत्रता आंदोलन को दबाने के लिए ‘आॅपरेशन सर्चलाइट’ लाइट चलाया था, जिसके दौरान मंदिर में आग लगा दी गई थी और उसमें रहने वाले बहुत से लोगों की हत्या की गई थी। मंदिर के पुननिर्माण में भारत ने भी मदद की है।

ये मेरे लिए मां काली का आशीर्वाद : कोविंद (Historic Temple In Dhaka)

मंदिर उद्घाटन के बाद कोविंद ने कहा कि मुझे ऐतिहासिक रमना काली मंदिर के उद्घाटन का सौभाग्य मिला। मैं इसे मां काली के आशीर्वाद के रूप में देखता हूं। मुझे बताया गया कि बांग्लादेश और भारत की सरकारों और लोगों ने मंदिर को बहाल करने में मदद की।

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