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Monkeypox RT-PCR Kit : भारत ने पहली स्वदेशी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट की तैयार

• LAST UPDATED : August 27, 2024
  • भारत में फिलहाल कोई केस नहीं, एहतियातन की जा रही तैयारी

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Monkeypox RT-PCR Kit : मंकीपॉक्स वायरस फिलहाल भारत नहीं पहुंचा है, लेकिन एहतियातन सरकार ने इस रोग से निपटने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। भारतीय कंपनी सीमेंस हेल्थिनर्स ने मंकीपॉक्स का पता लगाने वाली पहली स्वदेशी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट तैयार की है, जिस पर केंद्रीय सुरक्षा औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने भी मुहर लगा दी है।

गौरतलब है कि दुनियाभर में मंकीपॉक्स वायरस का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है और इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पूरे विश्व में हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। इसी को देखते हुए भारत सरकार ने भी बचाव की तैयारियां तेज कर दी हैं।

Monkeypox RT-PCR Kit : मंकीपॉक्स से लड़ने के लिए एक बड़ी उपलब्धि

सीमेंस हेल्थिनर्स ने कहा है कि मंकीपॉक्स का पता लगाने वाली पहली स्वदेशी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट हमारी मेक इन इंडिया पहल के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसके अलावा, मंकीपॉक्स से लड़ने के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।’ कंपनी ने बताया कि आरटी-पीसीआर परीक्षण किट को वडोदरा की एक इकाई में तैयार किया जाएगा और हर साल करीब 10 लाख किट बनाई जा सकेंगी। अधिकारियों ने कहा, हम यह किट लोगों को उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह तैयार है।

भारत को मंकीपॉक्स से निपटने के लिए विशेष रूप से तैयार : हरिहरन सुब्रमण्यन

सीमेंस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हरिहरन सुब्रमण्यन ने कहा कि भारत को मंकीपॉक्स से निपटने के लिए विशेष रूप से तैयार की गई किट उपलब्ध कराकर हम इस बीमारी से लड़ने में सक्रिय रुख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, हम तुरंत और सटीक पहचान को प्राथमिकता दे रहे हैं, जो वास्तव में जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

40 मिनट में उपलब्ध होंगे टेस्ट के रिजल्ट

सीमेंस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के अनुसार, परीक्षण के परिणाम 40 मिनट में उपलब्ध होंगे। कंपनी ने दावा किया, जिसके टेस्ट में एक से दो घंटे लगते हैं, उसका नतीजा मात्र 40 मिनट में उपलब्ध होगा। हरिहरन सुब्रमण्यन ने कहा, किट देखभाल तक पहुंच में सुधार लाने पर हमारे फोकस का प्रमाण हैं और ये उस लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। आज से सही व सटीक निदान की जरूरत ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है।

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