India News Haryana (इंडिया न्यूज), Manu Bhakar : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने पहला मेडल जीत लिया है। भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने भारत के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। 22 साल की मनु भाकर शूटिंग में भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली महिला एथलीट बनी हैं। उनके 221.7 पॉइंट थे। इसी के साथ अब भारत ने पेरिस ओलंपिक में अपने मेडल का खाता खोल लिया है। हालांकि कौन हैं यह भारतीय एथलीट जिन्होंने देश को पेरिस ओलंपिक में पहला मेडल जिताया, आइये उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
देश की शूटर मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में गजब का प्रदर्शन करते हुए 45 शूटर्स में तीसरे स्थान पर रही और फाइनल में स्थान बनाया। व्यक्तिगत स्पर्धा में मनु भाकर के रूप में 20 साल बाद किसी भारतीय खिलाड़ी ने फाइनल में अपनी जगह बनाई और आज अपना प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक भारत की झोली में डाला। फिलहाल मनु भाकर का परिवार फरीदाबाद के सूरजकुंड इलाके की इबिजा टाउन सोसाइटी में रह रहा है जहां इस मौके पर मनु भाकर के पिता ने हार्दिक खुशी जाहिर करते हुए देशवासियों का धन्यवाद किया और कहा कि सभी की दुआओं और सपोर्ट से वह कामयाब हुई है।
उन्होंने बताया कि मनु ने दसवीं क्लास से खेलना शुरू किया था और यह उसकी लग्न का ही नतीजा है जिसमें उन्हें जसपाल राणा का भी बहुत सपोर्ट मिला। मन्नू के पिता का कहना था कि अभी उसका फोन बंद है और अभी उनकी भी उससे कोई बात नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि इस मेडल के मिलने से देशवासियों को भी टॉनिक मिला है और आने वाले समय में वह और भी अच्छा करेगी ऐसी मुझे उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि इस वक्त हरियाणा समेत देश के 20000 बच्चे शूटिंग में लगे हुए हैं और इस कामयाबी से सभी का मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने बताया की शूटिंग के खेल में आने से पहले मनु ने नेशनल लेवल पर कई खेल खेले और बदले । वही मनु भाकर की मां ने कहा कि वह पिछले दो दिन से किसी का फोन भी अटेंड नहीं कर रही हैं और ना ही किसी से बात कर रही हैं आज सोसाइटी वालों ने उसे फोन करके बताया कि मनु अच्छा खेल रही है, लेकिन मैंने उसे नहीं देखा, लेकिन आज सब की दुआओं के नतीजे से वह सफल हो पाई है और एक मां होने के नाते मैं उसे अच्छी तरह से समझता हूं।
प्रसिद्ध भारतीय खेल निशानेबाज मनु भाकर ने पिस्टल शूटिंग में अपने असाधारण कौशल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम बनाया है। हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु का जन्म 18 फरवरी, 2002 को हुआ था और वह निशानेबाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे होनहार युवा एथलीटों में से एक बन गई हैं। मनु ने निशानेबाजी में आने से पहले मुक्केबाजी, टेनिस और स्केटिंग जैसे खेलों में गहरी रुचि दिखाई। उनका इंटरनेशनल डेब्यू 2017 में हुआ। ऐसे में उन्होंने अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ जल्दी ही अपनी पहचान बना ली।
ब्यूनस आयर्स में 2018 के युवा ओलंपिक खेलों में मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था, जिससे वह युवा ओलंपिक में यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बन गईं थी। उन्होंने आईएसएसएफ विश्व कप प्रतियोगिताओं में कई पदक भी जीते हैं, जिनमें व्यक्तिगत और मिक्स टीम प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक शामिल हैं।
मनु का पहला स्वर्ण पदक 16 साल की उम्र में आया जब उन्होंने ग्वाडलजारा में 2018 आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में उनकी सफलता जारी रही, जहां उन्होंने उसी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया। इससे ग्लोबल स्टेज पर एक शीर्ष निशानेबाज के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हुई।
साथी भारतीय निशानेबाज अभिषेक वर्मा के साथ मनु की साझेदारी जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में अच्छी साबित हुई, जहां उन्होंने मिक्स टीम 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था। टोक्यो 2020 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि वह पदक हासिल करने से चूक गईं थी। वहीं महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के दौरान उनकी पिस्टल में तकनीकी खराबी आ गई थी। भारतीय खेलों में उनके योगदान को 2020 में प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
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