India News (इंडिया न्यूज), Karnataka Govt Formation Live Updates, नई दिल्ली/बेंगलुरु : कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने को लेकर नवनिर्वाचित विधायकों की राय जानने के बाद तीनों पर्यवेक्षकों ने कल पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की और ऐसे में पूरी निगाहें पार्टी अब आलाकमान पर टिक गई हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के तीनों पर्यवेक्षक खरगे को रिपोर्ट सौंप सकते हैं और फिर खरगे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद मुख्यमंत्री को लेकर फैसला करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया। तीनों पर्यवेक्षकों ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से अलग-अलग बात कर उनकी राय जानी थी।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया आज दिन में दिल्ली पहुंच गए हैं और उनके भी खरगे से मुलाकात करने की संभावना है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के कमेटी अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी सोमवार को दिल्ली आने वाले थे, लेकिन पेट में संक्रमण के चलते यात्रा रद कर दी। ये दोनों नेता मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। .
एक विधायक ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया, ‘‘सिद्धरमैया और शिवकुमार तथा किसी अन्य नेता को चुनना था या फिर निर्णय आलाकमान पर छोड़ना था। यह एक तरह से गोपनीय मतदान था।’’ कहा जा रहा है कि विधायकों का एक धड़ा नेता चुनने के लिए हाथ उठाकर फैसला करने के पक्ष में था, लेकिन पार्टी ने ऐसा फैसला नहीं किया, क्योंकि इससे सरेआम विभाजन की स्थिति पैदा हो जाती। पता चला है कि सिद्धरमैया ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी की ओर से विधायक दल का नया नेता चुनने से पहले सभी विधायकों की राय ली जाए।
पर्यवेक्षक जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘‘हम रिपोर्ट तैयार करेंगे और इसे कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेंगे। हमने रविवार देर रात विधायकों के साथ कई घंटे बात की। रिपोर्ट के आधार पर फैसला किया जाएगा। कर्नाटक विधान परिषद् में नेता प्रतिपक्ष बीके हरिप्रसाद ने कहा, ‘‘पर्यपेक्षक ने विधायकों से अलग-अलग मुलाकात कर उनकी राय ली और मुख्यमंत्री के नाम को लेकर गोपनीय मतदान कराया गया। अब पार्टी आलाकमान फैसला करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा।’’