इंडिया न्यूज, Uttarakhand (kartik Purnima Ganga Snan 2022) : आज कार्तिक पूर्णिमा (kartik Purnima) का स्नान पर्व है, जिसको लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है, जिसका एक रूप हरिद्वार में देखा जा सकता है। यहां हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ हुआ है। शास्त्रों में कार्तिक स्नान पर्व पर गंगा में स्नान करने का बड़ा महत्व बताया गया है। कार्तिक मास में पड़ने वाले इस स्नान पर्व को देव दीपावली भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन देवता धरती पर स्नान के लिए आते हैं।
बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा के स्रान को लेकर हरिद्वार में आधी रात से ही श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गइ थे। अलसुबह ही हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं का सैलबा उमड़ता नजर आया। यहां श्रद्धालुओं ने पहुंचकर स्नान करना शुरू किया।
ऐसा माना जाता है कि जो भी श्रद्धालु इस दिन गंगा में स्रान करता है, उसे पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टर में बांटकर पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही ट्रैफिक को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। आखिरी पर्व स्नान कार्तिक पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ पड़ रहा है। अब इसके बाद अगले वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन सबसे बड़ा स्नान होगा।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सुबह 6:30 बजे से 7बजे तक स्नान का पहला शुभ मुहूर्त था। दूसरा मुहूर्त दोपहर में 12 से 1 बजे है। वहीं चंद्र ग्रहण शाम 5.22 बजे से 6.19 बजे तक रहेगा।
ये भी पढ़ें : Chandra Grahan 2022 Sutak Timings : चंद्रग्रहण से पहले सूतक शुरू, न करें कोई मांगलिक कार्य